योजना आयोग को मिल सकता है नया निजाम
(लिमटी खरे)
नई दिल्ली। अंतर्राष्ट्री़़य मुद्रा कोष (आईएमएफ) के प्रबंध निदेशक डाॅमनिक स्ट्राॅस पर यौन शोषण के मामले लदने के बाद अब किसी भी क्षण उनकी बिदाई तय मानी जा रही है। स्ट्राॅस के स्थान पर जिन नामों की चर्चाएं हैं उनमें भारत गणराज्य के योजना आयोग के उपाध्यक्ष मोंटेक सिंह अहलूवालिया का नाम सबसे उपर चल रहा है।
भारत की कूटनीतिक चालों के चलते मोंटेक को दुनिया के चैधरी अमेरिका का समर्थन हासिल है। गौरतलब होगा कि पहले भी अमेरिका के दबाव में मोंटेक को वित्त मंत्री बनाए जाने हेतु लाबिंग की जा रही थी। सूत्रों के अनुसार मोंटेक अहलूवालिया को इसके लिए यूरोपीय देशों के समर्थन की दरकार होगी।
वैसे इस पद की दौड़ में फ्रांस की वित्त मंत्री क्रिश्चियन लार्गडे, दक्षिण अफ्रीका के पूर्व वित्त मंत्री ट्रवेर मेन्यूअल, टर्की के ग्लेबल इकानाॅमी और विकास कार्यक्रम के उपाध्यक्ष केमल डर्विस, बैंक आॅफ मेक्सिको के गवर्नर अगस्टिन, आईएमएफ के डिप्टी गवर्नर रह चुके स्टेलिन फिशयर आदि के नामों का शुमार है।
गौरतलब है कि आईएमएफ और विश्व बैंक दो एसी वित्तीय संस्थाएं हैं जो देशों को धन मुहैया करती है और इसकी कमान अमेरिका और यूरोपीय देशों के हाथों में होती है। अमेरिका को भारत में बड़ा बाजार दिखाई दे रहा है यही कारण है कि वह भारतीय मूल के मोंटेक सिंह अहलूवालिया पर दांव लगाने से नहीं चूकेगा। अगर मोंटेक को आईएमएफ का चीफ बनाया जाता है तो फिर देश में योजना आयोग के उपाध्यक्ष के लिए नया चेहरा तलाशना पड़ सकता है।
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