बुधवार, 28 सितंबर 2011

प्रणव पर तनी राजमाता की भुकटियां


प्रणव पर तनी राजमाता की भुकटियां

चिदम्बरम को साईज में लाने की कवायद से नाराज हैं सोनिया

(लिमटी खरे)

नई दिल्ली। कथित तौर पर अपनी सर्जरी कराकर भारत वापस आई सोनिया गांधी इन दिनों दो महत्वपूर्ण मंत्रालयों के निजाम की लड़ाई से खासी परेशान हैं। यद्यपि सर्जरी के बाद वे सार्वजनिक तौर पर बाहर नहीं दिखीं हैं किन्तु उनके हवाले से जारी होने वाले बयानों में उनकी नाराजगी झलक रही है।

भले ही वित्त मंत्रालय के नोट में परोक्ष रूप से गृहमंत्री पी चिदंबरम का सीधा नाम नहीं हो लेकिन कांग्रेस भी मान रही है कि जवाबदेही थोपना तो सियासी चूक है ही। सरकार के दिग्गज प्रणब मुखर्जी से यह चूक हुई है जिसने सरकार को संकट में ला खड़ा किया है।

गौरतलब है कि कुछ दिनों पूर्व वजीरे आजम डॉ.मनमोहन सिंह और सत्ता तथा शक्ति के शीर्ष केंद्र 10, जनपथ के बीच खाई बढ़ती ही जा रही थी। कहा जा रहा है कि प्रणव मुखर्जी ने कभी अपने मातहत रहे प्रधानमंत्री डॉ.मनमोहन सिंह का नेतृत्व स्वीकार कर लिया तो चिदम्बरम आज भी दस जनपथ के विश्वस्त बने हुए हैं। मुखर्जी की कारस्तानी के जवाब में अब डैमेज कंट्रोल का काम युद्ध स्तर पर किया जा रहा है। कानून मंत्री सलमान खुर्शीद, के अलावा नारायण सामी और वीरप्पा मोइली ने भी चिदंबरम के पक्ष में अपने प्रयास जारी रखे हैं। वहीं दूसरी ओर पार्टी की ओर से प्रवक्ता राशिद अल्वी ने भी कहा कि चिदंबरम के इस्तीफे का सवाल ही पैदा नहीं होता।

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