सोमवार, 31 अक्टूबर 2011

प्रणव के रडार पर आ चुके हैं मनमोहन


बजट तक शायद चलें मनमोहन . . . 14

प्रणव के रडार पर आ चुके हैं मनमोहन

पीसी पड़े प्रणव पुत्र के पीछे

चिदम्बरम भी हैं पीएम के बड़े दावेदार

(लिमटी खरे)

नई दिल्ली। विश्व के सबसे बड़े लोकतंत्र की सबसे ताकतवर आसनी पर विराजे नेहरू गांधी परिवार (महात्मा गांधी नहीं) से इतर प्रधानमंत्री डॉक्टर मनमोहन सिंह की चला चली की बेला करीब आती दिख रही है। वित्त मंत्री प्रणव मुखर्जी और गृह मंत्री पलनिअप्पम चिदम्बरम दोनों ही मनमोहन को हटाने के सारे मार्ग प्रशस्त करते नजर आ रहे हैं। पीएमओ द्वारा चिट्ठी लीक करवाना मनमोहन के लिए घातक साबित होता दिख रहा है। इससे प्रणव और पीसी के बीच रार तो बढ़ी है पर दोनों ही के निशाने पर अब मनमोहन सिंह आ चुके हैं।

कांग्रेस के उच्च पदस्थ सूत्रों का कहना है कि वैसे तो कांग्रेस सुप्रीमो श्रीमति सोनिया गांधी की पहली पसंद इस पद के लिए ए.के.अंटोनी हैं, किन्तु जब बारी सर्वसम्मति की आएगी तो चिदम्बरम पर भी वे दांव लगा सकती हैं। संभवतः यही बात चिदम्बरम के शुभचिंतकों ने उन्हें सुना दी। इसे सुनकर चिदम्बरम फूले नहीं समा रहे हैं। चिदम्बरम को यह भी बताया गया है कि उनकी राह का सबसे बड़ा रोढ़ा प्रणव मुखर्जी ही हैं जिन्हें हर हाल में हटाना जरूरी है।

सूत्रों ने कहा कि वैसे भी सोनिया के सामने यह स्थापित हो चुका है कि प्रणव मुखर्जी ने उनके पति और तत्कालीन प्रधानमंत्री राजीव गांधी की खिलाफत के बिगुल बजाए थे। इसलिए सोनिया कभी भी प्रणव के नाम पर सहमति नहीं देंगी। अब चिदम्बरम ने नई चाल चली है। चिदम्बरम द्वारा प्रणव मुखर्जी के विधायक पुत्र अभिजीत की जन्म कुण्डली बनवाना आरंभ कर दिया है।

चिदम्बरम के करीबी सूत्रों का कहना है कि उन्होंने अभिजीत के बारे में संपूर्ण जानकारी जुटा ली गई है कि किस तरह अभिजीत एक कार्पोरेट हाउस के लिए लाईजनिंग का काम करते हैं। जब इसकी भनक प्रणव मुखर्जी को लगी उन्होंने भी अपने मातहतों के जरिए चिदम्बरम पुत्र कार्तिक की संपूर्ण रामायण बनवा दी। कार्तिक को प्रणव ने शेयर घोटाले में जमकर उलझा दिया है। कांग्रेस के अंदरूनी हल्कों में अब मनमोहन की बिदाई का महूर्त तो निकाला ही जा रहा है साथ ही साथ प्रणव और चिदम्बरम की वारिसान को नग्न करने की लड़ाई के मजे भी लिए जा रहे हैं।

(क्रमशः जारी)

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