शुक्रवार, 14 अक्टूबर 2011

प्रणव भी हुए मनमोहन के खिलाफ


बजट तक शायद चलें मनमोहन . . . 4

प्रणव भी हुए मनमोहन के खिलाफ

नोट प्रकरण में की सोनिया से शिकायत

मनमोहन की मश्कें कसेंगे पुलक चटर्जी

(लिमटी खरे)

नई दिल्ली। टूजी मामले में पीएमओ के रवैए को देखकर प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के तारणहार प्रणव मुखर्जी भी अब उनकी मुखालफत पर उतर आए हैं। प्रधानमंत्री कार्यालय की कार्यप्रणाली से क्षुब्द प्रणव मुखर्जी ने कांग्रेस अध्यक्ष श्रीमति सोनिया गांधी से चर्चा के दौरान बहुत से राज पर से पर्दा उठाया है जिसके चलते प्रधानमंत्री की बिदाई के मार्ग प्रशस्त होते प्रतीत हो रहे हैं।

कांग्रेस के सत्ता और शक्ति के शीर्ष केंद्र 10 जनपथ के उच्च पदस्थ सूत्रों का कहना है कि दुर्गा पूजा पर अपने गृह सूबे की राजधानी कोलकता जाने के पूर्व वित्त मंत्री प्रणव मुखर्जी और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के बीच एक महत्वपूर्ण बैठक हुई है। प्रणव मुखर्जी ने सोनिया से शिकायती लहजे में कहा कि उन्हें खबर मिली है कि पीएमओ द्वारा कुछ माहों से जानबूझकर उन्हें निशाना बनाया जा रहा है।

सूत्रों ने कहा कि प्रधानमंत्री के पूर्व प्रमुख सचिव जिन्हें हाल ही में प्रधानमंत्री ने राज्य मंत्री का दर्जा देकर अपना सलाहकार बना दिया है पर निशाना साधते हुए मुखर्जी ने साफ कहा कि टूजी वाली चिट्ठी एक नोट के अलावा और कुछ भी नहीं था। इसे एक षणयंत्र के तहत लीक किया गया है।

सूत्रों के अनुसार जब सोनिया गांधी ने नायर द्वारा एसा करने का कारण पूछा तो प्रणव मुखर्जी मानो फट पड़े। उन्होंने कहा कि नायर और अनिल अंबानी अच्छे मित्र हैं। मुकेश अंबानी प्रणव के अच्दे मित्र हैं, इस लिहाज से अनिल अंबानी के निशाने पर प्रणव मुखर्जी सदा ही रहते हैं। यह चिट्ठी उन्होंने जेपीसी के हवाले भी नहीं की और वह मीडिया में कैसे आ गई। एसा करके पीएम की शह पर नायर ने चिदम्बरम को प्रणव के खिलाफ मोर्चा खोलने के रास्ते बना दिए।

वैेसे पुलक चटर्जी के पीएमओ में आमद देने से गदगद प्रणव मुखर्जी का कहना था कि अब पुलक बाबू आ गए हैं वे सारी स्थितियों को संभाल लेंगे। बीमार सोनिया ने प्रणव मुखर्जी की बातें बेहद ध्यान से सुनीं। अंत में आई विल लुक इन दिस मेटरकहकर उन्होंने प्रणव मुखर्जी को वहां से रूखसत कर दिया।

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