फोर जी सबसे पहले एमपी में
मंत्री सांसद उदासीन फिर भी एमपीसीजी आगे
(लिमटी खरे)
नई दिल्ली। भले ही दूरसंचार के टू जी स्पेक्ट्रम में विवादों का सिलसिला अभी थमा नहीं हो पर देश का अविभाजित हृदय प्रदेश फोर जी सुविधा में बाजी मार ले जाएगा। अविभाजित मध्य प्रदेश (अब मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़) में फोर जी नेटवर्क कनेक्टिविटी सबसे पहले आने की संभावनाएं प्रबल हो गई हैं।
दूसरसंचार मंत्रालय के उच्च पदस्थ सूत्रों ने उक्ताशय की जानकारी देते हुए कहा कि अगले साल हिन्दुस्तान पहुंचने वाली फोरजी तकनीक के लिए मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में धरातल तलाशा जा रहा है। सूत्रों के अनुसार यद्यपि इसके लिए मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ के किसी मंत्री या सांसद ने प्रयास नहीं किए हैं, फिर भी इस सेवा के लिए एमपी सीजी को ही मुफीद माना जा रहा है।
सूत्रों ने आगे कहा कि अगले साल की दूसरी तिमाही में फोर जी नेटवर्क कनेक्टविटी मध्य प्रदेश की राजनैतिक राजधानी भोपाल, व्यवसायिक राजधानी इंदौर तथा छत्तीसगढ़ की राजनैतिक राजधानी रायपुर में लाॅच होने की उम्मीद है। औगेर नामक एक ब्रितानी कंपनी ने इरिक्सन के साथ किए अनुबंध के बाद इस नई टेलीकाम सेवा को जूश के नाम से आरंभ कर सकती है।
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