यादव वोट बैंक में सेंध लगाते गौर!
उमा भारती की राह में शूल बो रहे गौर
(लिमटी खरे)
नई दिल्ली (साई)। मूलतः यादव जाति के बाबू लाल गौर और लोधी समाज की उमा भारती के बीच द्वंद का खामियाजा उत्तर प्रदेश चुनावों में भाजपा भुगतने पर मजबूर है। वहीं उमा भारती की काफी करीब रहीं परिसीमन में समाप्त हुई सिवनी लोकसभा की अंतिम सांसद और सिवनी विधायक श्रीमति नीता पटेरिया की हरकतों का खामियाजा भी उत्तर प्रदेश में उमा भारती को कमजोर करने के लिए पर्याप्त माना जा रहा है।
हाल ही में मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और वर्तमान स्थानीय शासन मंत्री जैसे जिम्मेदार ओहदे पर बैठे वयोवृद्ध भाजपा नेता बाबूलाल गौर ने कहा कि उत्तर प्रदेश में भाजपा पहले दूसरे नहीं तीसरे नंबर पर रहेगी। गौर जो स्वयं उत्तर प्रदेश के नागौर जिले से हैं के इस कथन को सियासी हल्कों में बहुत ही गंभीरता से लिया जा रहा है।
एक तरफ तो उमा भारती के नेतृत्व में भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता यहां तक कि मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (जो स्वयं उमा भारती के घुर विरोधी हैं) भी एड़ी चोटी एक किए हुए हैं। वहीं दूसरी ओर भाजपा के जीत के दावों की और कोई नहीं भाजपा के ही वरिष्ठ नेता बाबूलाल गौर द्वारा हवा निकाली जा रही है।
उल्लेखनीय होगा कि मध्य प्रदेश में राजा दिग्विजय सिंह के दस साल के राज को उमा भरती ने छीनकर उन्हें दस साल के लिए वनवास पर भेज दिया था। राजा का वनवास 2013 में पूरा होने को है। इसके बाद झंडा प्रकरण में फंसने के कारण उन्हें पद से त्यागपत्र देना पड़ा था, उमा भारती के बाद बाबूलाल गौर को मध्य प्रदेश का मुख्यमंत्री बनाया गया था।
बाबू लाल गौर की हरकतों ने उमा भारती को खासा खफा कर दिया था और उसके बाद उमा की जिद पर ही गौर को हटाया जाकार शिवराज को नया निजाम बनाया गया था। विश्वस्त सूत्रों का कहना है कि बाबूलाल गौर ने अपनी कुसी बचाने के लिए हवन पूजन में कोई कसर नहीं छोड़ी। उन्होंने दिल्ली के छतरपुर स्थित मदन लाल राजस्थानी महराज के शनिधाम में जाकर हवन भी करवाया था।
दाती महराज खुद गौर पर इतने मेहरबान थे कि उन्होंने दिन में हुए हवन के उपरांत रात में जब बाबूलाल गौर विमान से दिल्ली से भोपाल वापसी की तैयारी कर रहे थे, तब बुरदलोई मार्ग स्थित मध्य प्रदेश भवन में सीएम सूट में सशरीर जाकर एक तावीज और अंगूठी दी थी। होनी को कोई नहीं टाल सका और अगले ही दिन गौर को जाना पड़ा था।
बहरहाल, बताते हैं कि इसके उपरांत गौर और उमा भारती में छत्तीस का आंकड़ा हो गया था। अब जबकि उमा भारती का चेहरा आगे कर भाजपा उत्तर प्रदेश में चुनाव लड़ रही है, तब बाबू लाल गौर का मुलायम सिंह यादव को प्रथम स्थान पर आने की घोषणा करना अपने आप में एक आश्चर्य से कम नहीं है।
सियासी जानकारों के अनुसार बाबू लाल गौर यादव जाति के हैं, उन्होंने भाजपा की जीत की कामना करने के बजाए मुलायम सिंह यादव की सपा को पहले स्थान पर बताया है। साफ है कि गौर से प्रभावित यादव का रूझान अब भाजपा के बजाए सपा की हो जाएगा।
इसके साथ ही साथ उत्तर प्रदेश में एक मामले को और हवा दी जा रही है। कहा जा रहा है कि एक समय उमा भारती के काफी करीब रहीं मध्य प्रदेश महिला मोर्चा की अध्यक्ष श्रीमति नीता पटेरिया द्वारा अपने विधानसभा क्षेत्र के मुख्यालय सिवनी में विधायक निधि से बांटे गए लगभग सवा लाख रूपए (जिनकी लागत चालीस हजार रूपए से ज्यादा नहीं है) की लागत के लगभग ढाई दर्जन टेंकर वितरण समारोह में पुरोहित की थाली से दो सौ रूपए चुराने का आरोप है।
इन आरोपों के प्रमाण के बतौर टेंकर वितरण समारोह में प्रभारी मंत्री नाना भाउ माहोड के द्वारा पूजन की थाली में चढ़ाए गए दो सौ रूपए और उसके बाद श्रीमति नीता पटेरिया द्वारा नजरें बचाकर उन दो सौ रूपयों को अपने कार्डीगन की जेब में डालने के विज्जुअल दिखाए जा रहे हैं।
चर्चा है कि उमा भारती ने पहले बाबू लाल गौर पर दांव लगाया सो उनके बयान आज उमा को तीर की तरह चुभ रहे होंगे, वहीं दूसरी ओर उन्होंने नीता पटेरिया को गले लगाया तो आज नीता पटेरिया का यह वीडियो उमा के मुंह में कुनैन की तरह कड़वा ही साबित हो रहा होगा।
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