चिदम्बरम को चुभने
लगा है कमल!
(लिमटी खरे)
नई दिल्ली (साई)।
केंद्रीय वित्त मंत्री पलनिअप्पम चिदम्बरम को अब कमल चुभने लगा है। एफडीआई के मसले
पर नए नवेले संसदीय कार्य मंत्री कमल नाथ की बाजीगरी से चिदम्बरम चारों खाने चित्त
गिर गए हैं। सोनिया गांधी सहित कांग्रेस के रणनीतिकारों की नजरों में कमल नाथ का बढ़ता
कद चिदम्बरम की आंखों में खटक रहा है। कमल नाथ का हर मोर्चे पर कुशल प्रबंधन
वास्तव में चिदम्बरम के 7, रेसकोर्स रोड़ (भारत गणराज्य के प्रधानमंत्री का सरकारी आवास)
को आशियाना बनाने के सपनों पर पानी फेरता नजर आ रहा है।
कांग्रेस के सत्ता
और शक्ति के शीर्ष केंद्र 10, जनपथ (बतौर सांसद श्रीमति सोनिया गांधी को
आवंटित सरकारी आवास) के विश्वस्त सूत्रों ने समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया को बताया कि
एफडीआई मामले में विपक्षी और संप्रग के घटक दलों को साधने में पलनिअप्पम चिदम्बरम
पूरी तरह नाकामयाब रहे थे। वामदलों के विरोध ओर एफडीआई मामले में अमरीका के बढ़ते
दबाव ने सोनिया गांधी का रक्त चाप बढ़ाया हुआ था। सोनिया गांधी ने चिदम्बरम की पूरी
गोलाई इस मामले में नाप दी थी।
इसी बीच सोनिया
गांधी के एक रणनीतिकार ने एफडीआई मामले में कमल नाथ को पाबंद करने का सुझाव दे
मारा। कमल नाथ की काबिलियत से परिचित श्रीमति सोनिया गांधी ने बिना एक सेकन्ड की
देर किए हुए कमल नाथ को एफडीआई मामले में सरकार के पक्ष में माहोल बनाने का
निर्देश दे दिया। कमल नाथ के करीबी सूत्रों ने समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया को आगे
बताया कि कमल नाथ ने इस काम के लिए सोनिया गांधी से फ्री हेण्ड की डिमांड की, पर सोनिया ने अहमद
पटेल को सारी रिपोर्ट्रिग देने की नसीहत के साथ नाथ को काम करने का मौका दे दिया।
सूत्रों ने साई
न्यूज को बताया कि कमल नाथ ने अपने प्रभावों का उपयोग कर वामदलों और मायावती को
साधना आरंभ किया। वासुदेव आचार्य, गुरूदास दासगुप्ता, मायावती, अगर चिदम्बरम के
साथ बैठकर चर्चा को राजी हुए तो वह कमल नाथ की ही बदोलत। वामदलों और मायावती ने
सरकार का साथ देने के लिए अपनी शर्तों से कमल नाथ और चिदम्बरम को आवगत करा दिया।
बाद में बरास्ता अहमद पटेल सारी बातें सोनिया तक पहुंची और संसद में बच गई
कांग्रेस की जान।
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