जंगल होम के
क्रिकेट सट्टा मामले में अब तक नहीं हुई कोई कार्यवाही
तीन रिसोर्ट की
गतिविधियां संदेह के दायरे में
(अखिलेश दुबे)
सिवनी (साई)। कुरई
थाना क्षेत्रांर्गत आने वाले जंगल होम रिसोर्ट में पिछले दिनों पकड़े गए क्रिकेट के
हाईटेक सट्टे में इन पंक्तियों के लिखे जाने तक कोई कार्यवाही ना होना आश्चर्य का
ही विषय माना जा रहा है। इसकी जांच करने वाले विवेचना अधिकारी श्री नागोजी का
एक्सीडेंट हो गया,
और वे स्वास्थ्य लाभ ले रहे हैं। कुरई पुलिस ने इसकी विवेचना
किसी अन्य अधिकारी को नहीं सौंपी है।
पुलिस सूत्रों से
प्राप्त जानकारी के अनुसार कुरई क्षेत्र में पेंच क्षेत्र में जंगल होम रिसोर्ट
में यह दूसरी बार क्रिकेट का हाईटेक सट्टा पकड़ाया है। इस बार सट्टा खेलने वाले
पुलिस की गिरफ्त से फरार हो गए हैं। जंगल होम रिसोर्ट में दो बार सट्टा पकड़ाया
जाना और रिसोर्ट के मालिक के खिलाफ पुलिस कार्यवाही ना होना आश्चर्य का ही विषय
है।
पुलिस सूत्रों ने
समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया को आगे बताया कि जंगल होम रिसोर्ट से लगे दो और रिसोर्ट
में भी इस तरह की संदिग्ध गतिविधियों को अंजाम दिया जाता है। सूत्रों की मानें तो
इन तीन रिसोर्ट में सटोरियों ने चार लाख रूपए एडवांस देकर कमरे बुक कर रखे हैं।
विवेचना अधिकारी ने
समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया को दूरभाष पर बताया कि जब जंगल होम रिसोर्ट में पुलिस की
दबिश दी गई तो आरोपी कमरे को अंदर से बंद कर पीछे से भाग खड़े हुए। बाद में होटल
प्रबंधक द्वारा दूसरे कमरे से पीछे की लाबी में जाकर दरवाजा खोला गया।
उन्होंने बताया कि
कमरे में काफी मात्रा में मोबाईल और लगभग आधा दर्जन सिम भी बरामद हुईं। इसके अलावा
वहां एक इंडिगो मांजा कार एमपी 22 सीए 1054 भी लावारिस हालत में खड़ी मिली जो सिवनी
निवासी किसी दिव्य कुमार राय के नाम पर पंजीकृत है।
विवेचना अधिकारी ने
आगे बताया कि यह कमरा सिवनी में मरझोर निवासी संदीप सराठे के नाम पर बुक था। होटल
में तीन लोगों के रूकने की खबर भी पुलिस को दी गई है। उन्होंने कहा कि वे गुरूवार
को संदीप सराठे और कार मालिक दिव्य कुमार राय के बयान दर्ज करेंगे।
वहीं पुलिस सूत्रों
की मानें तो वहां कम से कम आधा दर्जन से ज्यादा लोग थे जो क्रिकेट का सट्टा खिलवा
रहे थे। पुलिस सूत्रों ने यह भी बताया कि कुछ लोगों द्वारा माननीय न्यायालय में
अग्रिम जमानत की अर्जी भी लगवाई थी। सूत्रों की मानें तो इसमें संदीप सराठे के
अलावा कोई साहू और सनोडिया परिवार के सदस्य भी शामिल बताए जा रहे हैं।
पुलिस सूत्रों ने
आगे कहा कि सटोरियों के तार उपर तक प्रभावशाली लोगों से जुड़े हैं अतः वे दबाव
बनवाकर पुलिस डायरी में नाम तब्दील करवाने के प्रयास में जुट गए हैं। सूत्रों की
मानें तो जप्त मोबाईल में कोडवर्ड में लगभग पांच सौ लोगों के मोबाईल नंबर भी सेव
कर रखे गए हैं।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें