भाजपा की बजाए हरवंश की पोल खोलते कांग्रेसी!
प्रदेश कांग्रेस के पोल खोल निर्देश कूड़े में, हरवंश ने मेरा उपयोग कर उर्मिला सिंह को हरवाया: शक्ति सिंह, नीता पटेरिया को हमने आपने जिताया: राजा बघेल
(अखिलेश दुबे)
सिवनी (साई)। प्रदेश में सत्तारूढ़ होने का सपना देखने वाली कांग्रेस के आला
नेताओं ने कांग्रेस के जिला स्तर और जमीनी संगठन को सक्रिय होकर भाजपा विधायक, सांसदों, मंत्रियों आदि की
पोल खोलने के लिए पाबंद किया है। सिवनी में भाजपा नेताओं से पूरी तरह उपकृत
कांग्रेस के नेताओं द्वारा भाजपा की पोल खोलने के बजाए कांग्रेस के क्षत्रप रहे स्व.हरवंश
सिंह ठाकुर की ही पोल खोली जा रही है, जिसको लेकर तरह
तरह की प्रतिक्रियाओं का कभी ना थमने वाला दौर आरंभ हो गया है।
गत दिवस भैरोगंज में कांग्रेस अध्यक्ष और शहर की प्रतिष्ठित फर्म मेसर्स
हरगुनदास रामनाथ के सदस्य हीरा आसवानी और उपाध्यक्ष खुमान सिंह के बीच हुए वाद
विवाद के बीच ‘थप्पड़ की गूंज‘ अब दिलीप कुमार अभिनीत ‘कर्मा‘ चलचित्र में डॉ.डेंग को मारे गए ‘थप्पड़ की गूंज‘ एक बराबर ही मानी
जा रही है। इसकी गूंज कहां तक जाएगी यह बात भविष्य के गर्भ में है किन्तु जिला
कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष और शहर के सबसे पुराने और सबसे प्रतिष्ठित व्यवसाई
खानदान के हीरा आसवानी को सरेआम एक पार्टी के कार्यक्रम में थप्पड़ मारा जाना
कांग्रेस के लिए शर्मनाक ही माना जा रहा है।
कहा जा रहा है कि कांग्रेस के क्षत्रप हरवंश सिंह द्वारा जिस तरह की गंदी
राजनीति का श्रीगणेश किया गया था उसी की परिणिति है उनके अवसान के बाद कांग्रेस की
वर्तमान हालत। कांग्रेस के अंदर अनुशासन नाम की चीज ही नहीं रह गई है। यद्यपि
हरवंश सिंह के जीवित रहते समय भी कांग्रेस में अनुशासन बहुत ज्यादा नहीं था पर कम
से कम इस तरह की घटनाएं सार्वजनिक तौर पर नहीं हुआ करती थीं।
अब तो कांग्रेस के नेता ही सरेआम यह कहने लगे हैं कि हरवंश सिंह ने उनका
उपयोग कांग्रेस के फलां केंडीडेट को हराने और भाजपा के फलां केंडीडेट को जिताने के
लिए किया था। कांग्रेस के एक वरिष्ठ पदाधिकारी ने नाम उजागर ना करने की शर्त पर
समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया को बताया कि कांग्रेस के एक नेता और सिवनी के निर्दलीय
प्रत्याशी दिनेश राय के बीच जब चुनाव के उपरांत बाहुबली चौक पर चर्चा हुई तो लोगों
ने दांतों तले उंगली दबा ली।
दोनों की चर्चा में दिनेश राय ने उक्त कांग्रेसी नेता से कहा कि उन्होंने
पिछले चुनाव में हरवंश सिंह के साफ निर्देश मिलने के बाद भी दिनेश राय का साथ नहीं
दिया, यह तो गद्दारी है। इस पर छूटते ही उक्त कांग्रेसी नेता ने
दिनेश राय से कहा कि वे मजबूर थे, क्योंकि हरवंश
सिंह ने उन्हें दिनेश नहीं नीता भाभी (श्रीमती नीता पटेरिया) को जिताने की
जवाबदेही सौंपी थी।
इसी तरह गत दिवस प्रदेश कांग्रेस के पर्यवेक्षक अबरार अहमद की उपस्थिति
में कांग्रेस के एक अन्य उपाध्यक्ष कुंवर शक्ति सिंह ने तो साफ साफ कह दिया था कि
हरवंश सिंह ने शक्ति सिंह का उपयोग कर, घंसौर की कद्दावर
नेता और वर्तमान में उत्तराखण्ड की राज्यपाल उर्मिला सिंह को हराने का काम किया
था। असहाय जिला कांग्रेस कमेटी अब शक्ति सिंह को शो काज नोटिस देने का साहस भी
नहीं जुटा पा रही है।
कांग्रेस के अंदर उच्चश्रंखलता की बातें एकाएक बढ़ गई हैं। गत दिवस भैरोगंज
में जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष एवं शहर के प्रतिष्ठित व्यवसाई हरगुनदास
रामनाथ एण्ड संस परिवार के सदस्य हीरा आसवानी के साथ सरेआम हुई थप्पड़बाजी के बाद
डूंडा सिवनी की एक सभा में राहुल गांधी के दूत राजा बघेल ने यह कहकर सनसनी फैला दी
कि श्रीमती नीता पटेरिया को हमने आपने सभी ने मिलकर जिताया है।
कांग्रेस के अंदरखाने से छन छन कर बाहर आ रही खबरों पर अगर यकीन किया जाए
तो जिला कांग्रेस के तीसरी और चौथी पंक्ति के वे नेता जो हरवंश सिंह द्वारा पूरी
तरह प्रताड़ित रहे हैं अब अपनी खुमारी उतार रहे हैं। प्रदेश कांग्रेस भले ही भाजपा
की पोल खोलने के निर्देश दे पर जिला कांग्रेस के नेता तो अपने ही क्षत्रप रहे
स्व.हरवंश सिंह ठाकुर की ही पोल खोलने पर आमदा दिख रहे हैं, जिसका सीधा प्रभाव हरवंश सिंह की सियासी विरासत संभालने वाले
रजनीश सिंह के सियासी कैरियर पर पड़ता दिख रहा है।
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