मामा जी आप रोज रोज
आएं, कम से कम
शहर चमन तो रहेगा!
(ब्यूरो कार्यालय)
सिवनी (साई)। सिवनी
की सड़कों में बड़े-बड़े गड्ढे ऐसे पूर दिये गये जैसे यहां गड्ढे नाम की कोई चीज थी
ही नहीं, वहीं जगह-
जगह साफ- सफाई करते कर्मचारियों को देख लोगों ने राहत की सांस ली। लोगों को लगा कि
अब नगर स्वच्छ और सुंदर बनने की तैयारी में है, लेकिन देखने वालों
को यह समझने में जरा भी मौका नहीं लगा कि आखिर यह साफ-सफाई क्यों हो रही है।
असल में कल हमारे
प्रदेश के मुखिया शिवराज सिंह चौहान का आगमन हो रहा है और उनके आगमन को देखते हुए
जगह-जगह बने गड्ढों को भर दिया गया ताकि मुखिया हिचकोले न ले पाएं। सर्किट हाऊस के
आसपास बने गड्ढे पूर दिये गये और रोड इतनी सुंदर बना दी गई कि लोग उसमें अपना चेहरा
तक देख लें, वहीं बस
स्टैण्ड के आसपास भी साफ-सफाई का माकूल इंतेजाम भी किया गया। बताया जाता है कि यही
स्थिति बरघाट, लखनादौन और
केवलारी की भी है जहां प्रदेश के मुखिया शिवराज सिंह चौहान को पहुंचना है।
वहीं सोशल मीडिया
पर आज यह चर्चित रहा। उपरोक्त छाया चित्रों के साथ निम्न इबारत भी लोगों द्वारा
सराही गई।
जनता से आशिर्वाद
लेने निकले हैं प्रदेश के मुखिया। इस कड़ी के तहत कल उनका सिवनी नगर आगमन हो रहा
है।
मामा जी के नगर
आगमन से सबसे ज्यादा सक्रिय और प्रोत्साहित प्रशासनिक अमला नजर आ रहा है। निस्तेज
से दिखने वाले सरकारी अधकारी और विभाग एक दम से तेजस्वी हो गए से लग रहे है।
एकबारगी तो इनको देखकर घ्सा लगता ही नहीं की ये सरकारी विभागों से ताल्लुक रखते
हैं। पूरे शहर को वैशाली की नगरबधु की तरह सजाया जा रहा है। जिन गलियों में चलने
से आपके सफ़ेद बाल बिना डाई के ही धूल के कारन सफ़ेद पढ़ जाते थे, उन गलियों से धूल
को इस तरह हटाया जा रहा है की उसका नामो निसान ही ना रहे। साथ ही मामा जी की कार
किसी गड्डे में न फस जाये इसके लिए रातों रात सड़कों को सुधारा जा रहा है। इतना ही
नहीं सारे महकमों में बाजी मारी बिजली विभाग ने। जिस विभाग को अभी तक सड़कों की
खराब स्ट्रीट लाइट नजर नहीं आती थी, अचानक से अतिसक्रिय दिखाते हुए इस विभाग ने
खराब स्ट्रीट लाइट्स को बदलने की मानों मुहीम छेड़ दी। इतना ही नहीं, मामा जी का स्वागत
चोरी की बिजली से किया जा रहा है और ये सब कुछ हो रहा है थाने के सामने।
मामा जी की जन आशीर्वाद
यात्रा के कारन ही सही शहर में हो रही साफ सफाई को देखते हुए अनायास ही जवान से
निकल रहा है- श्रीमान! आप तो आते रहा करें...।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें