जब सिर्फ सोचने का ढोंग और करनी में बेईमानी को अपनाया जायेगा तो कोई भी सार्थक परिणाम नहीं मिल सकता है / सोचने के साथ करनी में ईमानदारी बहुत जरूरी है /
उत्तम पोस्ट
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2 टिप्पणियां:
जब सिर्फ सोचने का ढोंग और करनी में बेईमानी को अपनाया जायेगा तो कोई भी सार्थक परिणाम नहीं मिल सकता है / सोचने के साथ करनी में ईमानदारी बहुत जरूरी है /
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