केंद्रीय विद्यालय में भी होगी ग्रेडिंग प्रणाली
सभी कक्षाओं में लागू होगा सीसीई सिस्टम
रिपोर्ट कार्ड का प्रारूप तय करेगा केवीएस
(लिमटी खरे)
नई दिल्ली। प्राप्तांक के टेंशन से जल्द ही केंद्रीय विद्यालय के विद्यार्थी मुक्त हो जाएंगे। आने वाले समय मंे केंद्रीय विद्यालय संगठन में सतत समग्र मूल्यांकन प्रणाली (सीसीई) लागू हो जाएगी। वर्तमान में कक्षा नवमी और दसवी के लिए लागू सीसीई अब सभी कक्षाओं में लागू होगी। केवीएस की इस कार्ययोजना में अगर कोई फच्चर नहीं फसा तो आने वाले समय में विद्यार्थियों को नंबर के स्थान पर ग्रेड मिला करेंगे।
केवीएस के सूत्रों का कहना है कि सीसीई को केंद्रीय विद्यालयों में चालू शैक्षणिक सत्र 2010 - 20011 से कक्षा छटवीं से दसवीं तक लागू किया जाएगा। जबकि दूसरी से पांचवी कक्षा के लिए प्रथक से गाईड लाईन जारी की जाएंगी। केंद्रीय विद्यालय संगठन की यह अभिनव योजना केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) की कक्षा नवमी और दसवीं में लागू की गई है, को सभी कक्षाओं में लागू करने की है। सूत्रों ने कहा कि यह वर्तमान शिक्षा सत्र से कक्षा छटवीं से दसवीं तक लागू हो जाएगी।
सूत्रों का कहना है कि कक्षा नवमी और दसवीं के लिए यह प्रणाली सीबीएसई बोर्ड की तर्ज पर ही लागू की जाएगी, एवं अन्य कक्षाओं के लिए कार्ययोजना का खाका केंद्रीय विद्यालय संगठन द्वारा तैयार किया जाएगा। इसके तहत विद्यार्थियों की प्रतिभा और प्रदर्शन का आंकलन अब नंबर के स्थान पर ग्रेड के मुताबिक किया जाएगा। सूत्रों का कहना है कि केवीएस के शिक्षा अधिकारी पी.वी.साईरंगाराव ने इस आशय के दिशा निर्देश समस्त केंद्रीय विद्यालयों के प्राचार्य को जारी कर दिए हैं।
इस परिपत्र में कहा गया है कि विद्यार्थियों का समेटिव और फार्मेटिव असिसमेंट किया जाए। फार्मेटिव असिसमेंट साल में चार बार किया जाएगा। इसमें दस दस प्रतिशत के हिसाब से कुल चालीस फीसदी और समेटिव असिसमेंट दो बार कर इसमें तीस तीस फीसदी अंकों के साथ साठ फीसदी अंक प्रदान किए जाएंगे। यह मूल्यांकन अप्रेल से सितम्बर आर अक्टूबर से मार्च के बीच के प्रदर्शन के आधार पर किया जाएगा। पहला और तीसरा फार्मेटिव असिसमेंट लिखित परीक्षण तो दूसरा और चौथा अलिखित होगा। इसकी रूपरेखा तय करने के लिए शाला प्रबंधन स्वतंत्र होगा।
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