सोमवार, 20 दिसंबर 2010

कांग्रेस का 83वां अधिवेशन संपन्‍न

आतंकी गतिविधियां बंद करे पाक: प्रधानमंत्री

(लिमटी खरे)

बुराड़ी (नई दिल्ली)। वजीरे आजम डॉ.मनमोहन सिंह ने कहा है कि वे पाकिस्तान का भला चाहते हैं, और उन्होंने पाकिस्तान को चेताया कि वह अपनी सरजमी पर भारत के खिलाफ आतंकी गतिविधियों का संचालन न होने दे। प्रधानमंत्री आज कांग्रेस के 83वंें महाधिवेशन को संबोधित कर रहे थे।

प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत चाहता है कि पाकिस्तान के साथ भारत के दोस्तानाा ताल्लुकात हों, लेकिन यह तभी संभव हो सकता है जब पाकिस्तान अपनी धरती पर आतंकी गतिविधियों का संचालन बंद करे। पीएम ने कहा कि पाकिस्तान को चाहिए कि वह अपनी जमीन पर भारत के खिलाफ फैल रही दहशतगर्दी की गतिविधियों को प्रश्रय न दे। उन्होंने कहा कि हम चाहते हैं कि सभी पड़ोसी देशों से भारत के संबंध मधुर रहें।

डॉ.मनमोहन सिंह ने आव्हान किया कि आज आवश्यक्ता इस बात की है कि दक्षिण एशिया के सारे देश खुशहाल रहें, और यह तभी संभव हो पाएगा जब सारे देश मिलकर भुखमरी,, बेरोजगारी और बीमारी से एक साथ मिलकर मुकाबला करें न कि एक दूसरे से लड़ें। उन्होने कहा कि भारत की विदेश नीति का मतलब एकदम साफ है कि सारे लोगों के साथ मिलकर हम भारत और विश्व के अन्य देशों की भलाई के लिए काम करें।

सोनिया को लगाया पीएम ने मस्का
अपने उद्बोधन में प्रधानमंत्री डॉ.मनमोहन सिंह ने कांग्रेस अध्यक्ष श्रीमति सोनिया गांधी को प्रसन्न करने में कोई कसर नहीं रखी। डॉ.सिंह ने कहा कि श्रीमति सोनिया गांधी की साफ सुथरी राजनीति, विनम्रता और कांग्रेस को मजबूत करने की उनकी कोशिशों के वे कायल हैं। उन्होंने कहा कि यह उनकी खुशकिस्मती है कि आज सोनिया गांधी के नेतृत्व मंे उन्हें काम करने का मौका मिल रहा है। कार्यकर्ताओं का आव्हान करते हुए डॉ.सिंह ने कहा कि देश की तरक्की मेें कांग्रेस की महती भूमिका को नकारा नहीं जा सकता है। कांग्रेस ही इकलौती एसी पार्टी रही है जिसने देश को स्थिरता देने के साथ ही साथ हर वर्ग हर तबके के लोगों को साथ लिया है।

एमपी के मंत्रियों से खासे खफा दिखे कार्यकर्ता
मध्य प्रदेश कोटे से केंद्र में सत्ता सुख भोगने वाले मंत्री कमल नाथ, ज्योतिरादित्य सिंधिया, कांतिलाल भूरिया और अरूण यादव से कार्यकर्ता बुरी तरह खफा ही नजर आए। एमपी से आए कार्यकर्ताओं के बीच चल रही चर्चाओं के अनुसार केंद्र के ये मंत्री जब भी मध्य प्रदेश के दौरे पर आते हैं तो इन्हें महज अपने संसदीय क्षेत्र की ही चिंता सताती रहती है। यद्यपि कांग्रेस अध्यक्ष श्रीमति सोनिया गांधी ने मंत्रियों को साफ हिदायत दी है कि वे कार्यकर्ताओं का पूरा पूरा ध्यान रखें किन्तु उनकी इस नसीहत के बाद भी कार्यकर्ताओं को कुछ खास सुधार की उम्मीद नहीं दिख रही है। कार्यकर्ताओं का मानना है कि अगर सोनिया गांधी की लताड़ का अक्षरशः पालन हो जाए तो मध्य प्रदेश में कांग्रेस को कोई पराजित नहीं कर सकता है।

सोनिया ने सराहा पत्रकारों को
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने मीडियाकर्मियों की तपस्या के लिए उनका धन्यवाद करने के साथ यहां आयोजित पार्टी के तीन दिवसीय महाधिवेशन का सोमवार को समापन किया। सार्वजनिक तौर पर हंसने मुस्कराने में आमतौर पर कंजूसी बरतने वाली सोनिया ने आपने समापन भाषण के अंत में कहा कि वे मीडिया के साथियों को बधाई देती हैं क्योंकि ऐसे मौकों पर उन्हें भी काफी तपस्या करनी पड़ी है।

अध्यक्ष, नेता प्रतिपक्ष के मसले पर हस्ताक्षेप की मांग
मध्य प्रदेश के कांग्रेस के विधायकों ने सूबे में कांग्रेस के गिरते जनाधार पर गहरी चिंता जाहिर की है। कांग्रेस अध्यक्ष श्रीमति सोनिया गांधी के करीबी सूत्रों का कहना है कि एमपी के कुछ विधायकों ने श्रीमति सोनिया गांधी से मिलकर मध्य प्रदेश में कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष और नेता प्रतिपक्ष के मामले में कोई फैसला न हो पाने के कारण कांग्रेस के सुस्सुप्तावस्था में जाने की शिकायत दर्ज कराई है। विधायकों ने इसके पूर्व कांग्रेस के महासचिव राजा दिग्विजय सिंह, एमपी के प्रभारी महासचिव बी.के.हरिप्रसाद और केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया से भेंट कर उनसे इस बारे में चर्चा की। विधायकों में प्रमुख तौर पर आरिफ अकील, अरूणोदय चौबे, गोविंद राजपूत, उमंग सिंघार, जगदीश जाटव, शिवनारायण मीणा, यादवेंद्र सिंह, तुलसी सिलावट, के.पी.सिंह, रामलाल मालवीय आदि शामिल थे।

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