शनिवार, 26 मार्च 2011

सोनिया के सबसे विश्वस्त बनकर उभरे हैं अहमद पटेल


अहमद ने दिग्गी को धकेला नंबर टू पर

सोनिया की सूची पूरी तरह है अहमद मय

लिमटी खरे)

नई दिल्ली। कांग्रेस अध्यक्ष श्रीमति सोनिया गांधी के सबसे करीब कौन? अहमद पटेल या दिग्विजय सिंह? यह प्रश्न राजनैतिक गलियारों में जमकर उछल रहा है। कांग्रेस में श्रीमति सोनिया गांधी के आंख नाक कान बनने की जुगत में लगे महासचिव राजा दिग्विजय सिंह कुछ पिछड़ते नजर आ रहे हैं। पिछले दिनों कांग्रेस अध्यक्ष द्वारा जारी सूची में अहमद पटेल अपने गुर्गों को स्थान दिलाने में सफल रहे।

कांग्रेस की राजमाता श्रीमति सोनिया गांधी के करीबी सूत्रों का दावा है कि सोनिया की लिस्ट में ‘अहमद कोटे‘ से अस्सी फीसदी लोगों को शामिल किया गया है। सोनिया का विश्वास एक बार फिर जीतकर अहमद पटेल ने अपने चिर विरोधी राजा दिग्जिवय सिंह से हिसाब बराबर कर लिया है। सूत्रों ने आगे कहा कि जनार्दन द्विवेदी ने आखिरी समय में अहमद पटेल के केम्प में अपना आशियाना बनाकर अपने आप को वजनदार बना ही लिया।

गुजरात में शंकर सिंह वाघेला के सबसे विश्वस्त रहे मधुसूदन मिस्त्री को महासचिव बनवाकर अहमद ने सभी को चौका ही दिया। इसके अलावा प्रवेनन, जगदीश टाईटलर, पंकज शर्मा, परवेज हाशिमी, मनीष चतरथ, सागर रायका, दीपक बावरिया, धनीराम शांडिल्य, चौधरी वीरेंद्र सिंह, शकील अहमद, गुरचैन सिंह चरक, मोहन प्रकाश आदि सभी बरास्ता अहमद कैंप टीम सोनिया में स्थान पा सके हैं।

सूत्रों का कहना है कि अहमद पटेल के खासुलसास समझे जाने वाले मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष सुरेश पचौरी के लिए भी अहमद पटेल द्वारा लाबिंग की जा रही है। सुरेश पचौरी को केंद्र में मंत्री पद दिलाने के लिए अहमद पटेल द्वारा बिसात बिछाई जा रही है। बाद में पचौरी को पांचवी बार बरास्ता राज्य सभा संसदीय सौंध तक पहुंचा दिया जाएगा, किन्तु पिछले दिनों उन्होंने यह बयान देकर सभी को चौंका दिया था कि वे अब राज्यसभा के रास्ते संसद में नहीं जाएंगे। सूत्रों ने यह भी कहा अगर एसा हुआ तो उनके पट्ठे उदय प्रताप से त्यागपत्र दिलवाकर वे नरसिंहपुर होशंगाबाद सीट से भाग्य अजमा सकते हैं।

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