ग्रहों की चाल में फंसते बाबा रामदेव
(चन्द्रशेखर जोशी)
देहरादून। बाबा रामदेव के दिल्ली पहुंचने पर भारत सरकार का स्वागत सत्कार देखकर कहा गया था कि ऐसा तो अमेरिका के राष्ट्रपति का सम्मान भी नहीं हुआ था। इसके बाद ४ जून को रामलीला मैदान में बाबा रामदेव को डॉ सुमन आचार्य ने महिलाओं के वस्त्र दिये जिसे पहनकर वह भागे। इसके बाद हरिद्वार में बाबा रामदेव ने रूआंसे होते हुए मीडिया से अपना दुखडा रोया। इसके बाद बाबा रामदेव अनशन पर बैठे तथा मौन व्रत पर चले गए तथा कहा गया कि अब वो किसी से कोई बात नहीं करेंगे. उन्होंने कहा कि जबतक उनकी मांगे नहीं मानी जायेगी वो किसी से बात नहीं करेंगे। बाबा रामदेव रोज कोई न कोई विवादास्पद बयान दे रहे हैं जिससे वह विवादित होते जा रहे हैं और जनता को भी उनका उग्रपन अब भा नहीं रहा है। उनसे वह शांत रहने की अपेक्षा कर रही है परन्तु ग्रह उन्हें शांत नहीं बैठने दे रहे हैं।
तो आपने देखा कि किस तरह स्थितियां किस कदर बदलती रही। यह सब ग्रहों की चाल थी जिसमें बाबा रामदेव कठपुतली की तरह चलते गये। ग्रहों की चाल के एक अच्छे जानकार ने नाम न छापने की शर्त पर बाबा रामदेव की ग्रहों की चाल के बारे में सम्पादक चन्द्रशेखर जोशी को बताते हुए कहा कि रामदेव जी का मंगल नीचे गिर रहा है, यानि मंगल नीच हो रहा है, शुक्र नेगेटिव जा रहा है, बुद्व नचे की ओर जा रहा है। ग्रहों की चाल के कारण उन्हें गेरूएं वस्त्र धारण करने वाले को औरतों के कपडे पहन कर भागना पडा। ग्रह उन्हें पुरूषत्व से स्त्रीत्व की ओर ले गये। अगर औरतों के कपडों की जगह सफेद धोती पहन लेते तो ज्यादा उचित होता, परन्तु ग्रहों ने उन्हें गृहस्थ के कपडे पहना दिये, यानि जो काम उन्होंने जिंदगी में कभी नहीं किया होगा वह करवा दिया। जिससे वह उपाहास का पात्र बने, अपमानित हुए।
बाबा रामदेव का सूर्य तेज है, जिससे दिल्ली में या कहीं भी वह लोगों की भीड इकटठी कर लेते हैं परन्तु चन्द्रमा की शीतलता नहीं है। इस समय बाबा रामदेव के ग्रह तेजी से अपनी चाल चल रहे हैं, उनका शनि ग्रह उनके लिए कष्टप्रद योग बना रहा है, जिसमें जेल तक की यात्रा के योग बनते हैं परन्तु शनि ग्रह तंत्र-मंत्र की साधना से साधे जाते हैं,, साधना उनको कष्टप्रद योग से बचाएंगी।
बाबा रामदेव का बुद्व नियंत्रण में नहीं है, जिससे उनके मुंह से कुछ भी निकलने वाला बयान बबाल मचा दे रहा है। सेना बनाने का मामला हो या सम्पत्ति घोषित करने का, वह विवाद में ला देता है। बुद्व नीच होने से संकट में फंसा सकता है, इसमें राष्ट्रद्रोह तक के संयोग बन जाते हैं। सेना बनाने के मामले में गृहमंत्री ने कुछ इसी तरह के संकेत भी दिये थे। वहीं बाबा रामदेव का वृहस्पति ठीक है लेकिन गुरू चंडाल योग अच्छे योग को बिगाड रहा है।
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