बुधवार, 13 जुलाई 2011

chamatkar 05

गुरू हनुमान

यह पिछले महीने रतलाम, मध्य प्रदेश में कालिका माता मंदिर में हुआ.
चित्र सच्ची कहानी बताओ. संत रामायण और "हनुमानजी" की कहानी कह रहा था लंगूर के रूप में दिखाई दिया!! पहला लंगूर चला गया और गायकों के पास बैठ गया और कीर्तन की बात सुनी, mahantji के mic आयोजित, उसके द्वारा ही धन्य है, तो संतों "धन्य" और फिर श्री रामजी की तस्वीर के सामने बैठ गया और फूलों की कुछ ले लिया (ध्यान दें बनाए चित्र में श्री हनुमानजी के लिए इसी तरह की स्थिति) और चुपचाप छोड़ दिया है.

Siyavar रामचंद्र की जय बोलो. PavanasutaHanuman की जय.


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हे प्रभू !!! आनंददाता ज्ञान हमको दिजीये |
शीघ्र सारे दुर्गुणोको दूर हमसे किजीये ||
 

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