. . . और दादा बरस पड़े महाराज पर!
मीडिया का गुस्सा सिंधिया पर निकाला मुखर्जी ने
दादा के रोद्र रूप के आगे बगलें झांकते नजर आए ज्योतिरादित्य
(लिमटी खरे)
नई दिल्ली। केंद्रीय वित्त मंत्री प्रणव मुखर्जी का पारा इन दिनों सातवें आसमान पर है। मीडिया जिस तरह से अण्णा हजारे को हाथों हाथ लिए हुए है उससे और कांग्रेस के रणनीतिकारों से प्रणव मुखर्जी खासे नाराज हैं। उनकी नाराजगी का नजला पिछले दिनों संसद में मध्य प्रदेश कोटे से केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया पर टूटा।
मीडिया के शुभचिंतक समझे जाने वाले प्रणव मुखर्जी के करीबी सूत्रों का कहना है कि जो दादा रोजना लगभग दो घंटे अखबारों से रूबरू रहते थे, पिछले एक पखवाड़े से उन्होंने अखबारों की तह भी नहीं खोली है, और तो और दादा ने समाचार चेनल्स की अण्णा के साथ कदम ताल के चलते टीवी भी चालू नहीं किया है।
प्रणव के एक खासुलखास ने नाम उजागर न करने की शर्त पर कहा कि दादा आजकल पार्टी के राजनैतिक प्रबंधकों विशेषकर संसदीय कार्यमंत्री पवन बंसल से खासे खफा हैं। इसका कारण यह है कि बंसल ने अण्णा के मुद्दे पर विपक्ष को विश्वास में नहीं लिया है। इतना ही नहीं लोकसभा में अध्यक्ष द्वारा नेता प्रतिपक्ष की अनुमति के बावजूद भी सुषमा स्वराज को बोलने का मौका नही दिया गया।
उन्होंने आगे कहा कि मंगलवार को जब सुषमा स्वराज को जब बोलने का मौका नहीं मिला उसके उपरांत सदन स्थगित होने के बाद जब ज्योतिरादित्य सिंधिया खुद चलकर प्रणव मुखर्जी के कक्ष में गए और दादा से कहा कि अगर सुषमा जी को बोलने नहीं दिया गया तो इसका संदेश सरकार के खिलाफ जाएगा जिसका प्रतिकूल असर पड़ेगा। फिर क्या था, दादा हत्थे से उखड़ गए। दादा ने सिंधिया पर लगभग चिल्लाते हुए कहा कि मुझे राजनीति सिखाने की आवश्यक्ता नहीं है। यह मत भूलो कि मैं तुम्हारी उमर से ज्यादा समय से राजनीति कर रहा हूं।
सूत्रों ने आगे कहा कि प्रणव को खतरा है कि सितम्बर के पहले सप्ताह में जब आपरेशन के उपरांत स्वास्थ्य लाभ लेकर कांग्रेस अध्यक्ष श्रीमति सोनिया गांधी भारत वापस आएंगी तब अण्णा प्रकरण का सारा हिसाब किताब उन्हें ही देना होगा, जिसके लिए वे होमवर्क में जुटे हुए हैं, क्योंकि कांग्रेस महासचिव राजा दिग्विजय सिंह ने मंत्रीमण्डल विस्तार के पहले प्रणव की भावभंगिमाएं देखते हुए उनके खिलाफ तलवार पजा रखी थी। अब सोनिया के आने के बाद सबसे ज्यादा भद्द प्रणव दा की पिटने की उम्मीद जताई जा रही है।
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