बुधवार, 9 नवंबर 2011

एसपीजी ने बनाई सरकार से दूरी


बजट तक शायद चलें मनमोहन . . . 22

एसपीजी ने बनाई सरकार से दूरी

सोनिया की यात्राएं गुप्त रख रही हैं सुरक्षा एजेंसी

बिना सुरक्षा कवच करतीं हैं सोनिया विदेश यात्राएं!

(लिमटी खरे)

नई दिल्ली। अति विशिष्ट का दर्जा पा चुकीं कांग्रेस अध्यक्ष श्रीमति सोनिया गांधी की सुरक्षा में लगी स्पेशल प्रोटेक्श ग्रुप (एसपीजी) ने भी अब मनमोहन सरकार से आंख मिचौली खेलना आरंभ कर दिया है। सरकार से तनख्वाह पाने वाले एसपीजी के अधिकारियों ने सोनिया गांधी के देश विदेश के भ्रमण के बारे में सरकार को जानकारी देना बंद कर दिया है। मजे की बात तो यह है कि केंद्रीय गृह मंत्रालय से यात्रा देयक और दैनिक अग्रिम (टीए, डीए) पाने वाले ये अफसरान आखिर कहां का भ्रमण बताकर सरकार की आंख में धूल झोंक रहे हैं।

हाल ही में यह मामला तब उजागर हुआ जब कांग्रेस की राजमाता और संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन की अध्यक्ष श्रीमति सोनिया गांधी के बारे में सूचना के अधिकार में जानकारी चाही गई। जानकारी में यह पता लगाने का प्रयास किया गया था कि सोनिया गांधी पर उनके विदेश दौरों में पिछले दो सालों में सरकार ने कितना खर्च किया। राष्ट्रीय सलाहकार परिषद की अध्यक्ष सोनिया गांधी के बारे में माहिती संबंधी यह पत्र लंबे समय तक जानकारी के लिए संसदीय कार्य मंत्रालय, सांख्यिकी तथा कार्यक्रम क्रियान्वयन मंत्रालय, विदेश मंत्रालय और अंत में प्रधानमंत्री कार्यालय की सीढ़ियां चढ़ने उतरने के बाद हांफकर वापस आ गया।

किसी के पास भी राष्ट्रीय सलाहकार परिषद की अध्यक्ष सोनिया गांधी की विदेश यात्राओं के बारे में जानकारी नहीं है। यह बात तभी संभव हो सकती है जब विदेश यात्राओं के दौरान सोनिया गांधी अपने सुरक्षा कवच यानी एसपीजी के घेरे में न रहें। अगर सोनिया गांधी के साथ एसपीजी के अधिकारी जाते हैं तो निश्चित तौर पर वे अधिकारी केंद्रीय ग्रह मंत्रालय से यात्रा और दैनिक भत्ते अवश्य ही लेते होंगे। इन परिस्थिति में एसपीजी के अधिकारियों द्वारा देयक में साफ तौर पर उल्लेखित किया जाता होगा कि वे श्रीमति सोनिया गांधी के सुरक्षा कवच बनकर विदेश गए थे।

(क्रमशः जारी)

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