दरियादिल शिवराज मेहरबान हैं जोशी पर
छग लोकसेवा आयोग के अध्यक्ष को इंदौर में सरकारी आवास!
राज्य के अधिकारियों को जिलों की कमान!
(लिमटी खरे)
नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी मुख्यालय और दिल्ली में पदस्थ प्रशासनिक अधिकारियों के बीच मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की दरियादिली इन दिनों चर्चा का विषय बनी हुई है। शिव राज में मध्य प्रदेश में अखिल भारतीय सेवा के अधिकारी तो दिल्ली में प्रतिनियुक्ति की मलाई चाट रहे हैं, वहीं जिलों की कमान राज्य पुलिस सेवा के अधिकारियों के हवाले कर शिवराज ने नई मिसाल कायम की है।
दिल्ली में पदस्थ मध्य प्रदेश काडर के प्रशासनिक सेवा के एक वरिष्ठ अधिकारी ने नाम उजागर न करने की शर्त पर कहा कि भले ही केंद्रीय कार्मिक विभाग इस बारे में सख्ती अपना रहा हो कि राज्यों के अफसर केंद्र या अन्य जगहों पर पांच साल से ज्यादा प्रतिनियुक्ति पर नहीं रह सकते किन्तु फिर भी आईएएस लाबी इतनी तगड़ी है कि केंद्र चाहकर भी कुछ करने की स्थिति में नहीं है। कार्मिक विभाग की सख्ती महज दिखावे के लिए ही है। मध्य प्रदेश काडर के ही अनेक अधिकारी आज पांच साल की अवधि पूरी करने के बाद भी दिल्ली में ही जमे हैं।
उधर शिवराज सिंह चौहान ने सूबे में पुलिस अधीक्षक जैसे संवेदनशील पदों की कमान राज्य पुलिस सेवा के अधिकारियों को सौंप रखी है। जिलों में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक भी राज्य पुलिस सेवा के ही अधिकारी हैं, जो अपने ही काडर के कुछ वरिष्ठ अधिकारियों के अधीन काम करने में अपने आप को असहज ही महसूस कर रहे हैं। सूबे में हर जिले में दो से तीन आईएएस अधिकारी भी पदस्थ हैं, जिनमें अक्सर टकराव की स्थिति निर्मित हो रही है।
मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग के अध्यक्ष रहे डॉ.प्रदीप जोशी अब छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग के अध्यक्ष हैं। जुगाड़ के धनी डॉ.जोशी को एमपी पीएससी इंदौर मुख्यालय में बतौर अध्यक्ष सरकारी आवास मिला हुआ है। जोशी का नया मुख्यालय रायपुर है, वहां भी उन्हें सरकारी आवास की पात्रता है। जोशी ने शिवराज से इस मकान को रखने की अवधि बढ़ाने का आग्रह किया। भोले भाले शिवराज तत्काल मान गए।
अब छत्तीसगढ़ लोकसेवा आयोग के अध्यक्ष डॉ. प्रदीप जोशी रायपुर में काम करते हुए अपना आवास वहां से लगभग डेढ़ हजार किलोमीटर दूर इंदौर में बनाए रखेंगे। एमपी गर्वमेंट की दरियादिली देखिए कि उसने दूसरे प्रदेश के एक अध्यक्ष को अपने प्रदेश में सरकारी आवास रखने की पात्रता दी है वह भी 15 मई 2012 तक के लिए। डॉ.जोशी का इंदौर प्रेम और शिव का डॉ.जोशी के प्रति अनुराग देखकर लोगों की आंखें भर आई होंगीं।
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