शुक्रवार, 4 नवंबर 2011

पहली बार मन से दिखाए पीएम ने कड़े तेवर


बजट तक शायद चलें मनमोहन . . . 18

पहली बार मन से दिखाए पीएम ने कड़े तेवर

उत्तराधिकारियों को साईज में लाने की जुगत में मनमोहन

प्रणव, अंटोनी और चिदम्बरम को दी नसीहत

(लिमटी खरे)

नई दिल्ली। अपनी रूखसती के पहले वजीरे आजम डॉक्टर मनमोहन सिंह ने अब कड़े तेवर अपनाना आरंभ कर दिया है। मनमोहन सिंह ने वित्त मंत्री प्रणव मुखर्जी, रक्षा मंत्री ए.के.अंटोनी और गृह मंत्री पलनिअप्पम चिदम्बरम को साईज में लाना आरंभ कर दिया है। मनमोहन सिंह के संभावित उत्तराधिकारी के तौर पर प्रणव, अंटोनी और चिदम्बरम का नाम सामने आ रहा है। इन तीनोें को एक सर्कुलर से बांधकर मनमोहन सिंह ने बाकी मंत्रियों को कड़ा संदेश देने का प्रयास किसा है।

पीएमओ के सूत्रों का कहना है कि कैबनेट सचिव के माध्यम से केंद्रीय मंत्रीमण्डल के समस्त सदस्यों को भेजे गए सर्कुलर में कहा गया है कि सीसीपीए की बैठक की अध्यक्षता अब वहां मौजूद वरिष्ठतम मंत्री ही करेंगे। वर्चस्व की लड़ाई में मनमोहन सिंह ने रार और तेल फेंकते हुए यह नई व्यवस्था दी है। मनमोहन सिंह को यह खतरा है कि कांग्रेस की राजमाता श्रीमति सोनिया गांधी कभी भी उन्हें 7, रेसकोर्स रोड़ (प्रधानमंत्री का सरकारी आवास) से बाहर का रास्ता दिखा सकती है।

कहा जा रहा है कि सीसीपीए की बैठक में वित्त मंत्री प्रणव मुखर्जी, गृह मंत्र पलनिअप्पम चिदम्बरम और रक्षा मंत्री ए.के.अंटोनी आवश्यक तौर पर उपस्थित रहेंगे। इन परिस्थितियों में वरिष्ठता की जंग में ये नेता आपस में ही लहू लुहान हो जाएंगे। इस सर्कुलर के अनुसार चिदम्बरम, अंटोनी और प्रणव मुखर्जी को समकक्ष बता दिया गया है।

(क्रमशः जारी)

कोई टिप्पणी नहीं: