बजट तक शायद चलें मनमोहन . . . 20
मीडिया को लालच देने की तैयारी में मनमोहन
सरकारी मकानों में पत्रकारों की हिस्सेदारी ज्यादा करने का प्रस्ताव
मीडिया को धमकाने की भी है कार्ययोजना
(लिमटी खरे)
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री डॉक्टर मनमोहन सिंह अपनी कुर्सी बचाने के लिए अब आर पार की लड़ाई के मूड में दिख रहे हैं। मनमोहन सिंह जानते हैं कि अगर मीडिया उनके खिलाफ हो गया तो उनकी रूखसती पर सील लग जाएगी और वे अपने आप को बचा नहीं पाएंगे। यही कारण है कि मनमोहन सिंह जुंडाली ने अब प्रेस को बाय हुक ऑर बाय कुक मैनेज करने का प्रयास आरंभ कर दिया है। पत्रकारों को लुभाने के लिए सरकार जल्द ही अनेक प्रयास करती नजर आएगी।
पीएमओ के सूत्रों का कहना है कि भारत सरकार के सूचना और प्रसारण मंत्रालय के अधीन काम करने वाले पत्र सूचना ब्यूरो (पीआईबी) में आवासों की संख्या बढ़ाने का प्रस्ताव अस्तित्व मे आया है। पीआईबी में आवासों की संख्या साठ से बढ़ाकर सौ की जाना प्रस्तावित है। मतलब साफ है कि चालीस पत्रकारों को जल्द ही रियायती दरों पर घर देने का वायदा किया जाएगा।
पत्रकारों को वश में करने के बाद मीडिया घरानों पर मनमोहन सिंह अपना अंकुश लगाएंगे। पीएमओ के सूत्रों ने यह भी कहा कि पत्रकारों को काबू में करने के उपरांत मनमोहन सिंह इनके नियोक्ताओं की कालर पकड़कर धमकाने का जतन करेंगे। मीडिया घरानों द्वारा मीडिया की आड़ में किए जाने वाले रियल स्टेट और अन्य व्यवसाय पर भी सरकार की नजर है। सरकार द्वारा मल्टी मीडिया संचालन पर प्रतिबंध लगाने के साथ ही साथ लंबी अवधि के लिए दिए गए पट्टों को भी समाप्त किया जा सकता है।
(क्रमशः जारी)
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