टीम राहुल आ चुकी है फुल फार्म में
सोनिया जुंडाली को ढकेला जा रहा है पार्श्व में
अहमद पर भरोसा जताते युवराज
(लिमटी खरे)
नई दिल्ली। कांग्रेस की नजरों में भविष्य के वजीरे आजम राहुल गांधी ने अब कांग्रेस की कमान अपने हाथों में लेना आरंभ कर दिया है। सियासी बिसात पर अब सोनिया की किचिन कैबनेट गुजरे जमाने की बात होने में देर नहीं लगने वाली है। राहुल गांधी की दो बैसाखियों के तौर पर राजा दिग्विजय सिंह के उपरांत अब सोनिया के राजनैतिक सचिव अहमद पटेल अप्रत्याशित तौर पर उभर कर सामने आए हैं।
कांग्रेस के सत्ता और शक्ति के शीर्ष केंद्र 10 जनपथ (सोनिया गांधी का सरकारी आवास) के सूत्रों का दावा है कि राहुल गांधी द्वारा कांग्रेस की कमान अपने हाथ में लेने का प्रयोग उत्तर प्रदेश के चुनावों से किया जा रहा है। इसके अलावा पंजाब और उत्तराखण्ड पर भी टीम राहुल पूरी तरह चौकस नजर रखे हुए है। बीसवीं सदी के अंतिम दशकों में कांग्रेस के चाणक्य रहे कुंवर अर्जुन सिंह के अवसान के उपरांत इक्कीसवीं सदी में कांग्रेस के चाणक्य की भूमिका में नजर आने वाले कांग्रेस महासचिव राजा दिग्विजय सिंह पहले से ही राहुल गांधी के अघोषित राजनैतिक गुरू की भूमिका में आ चुके हैं।
राजनैतिक प्रबंधन (पालीटिकल मेनेजमेंट) और संक्रमण काल प्रबंधन (क्राईसिस मेनेजमेंट) के लिए युवराज राहुल गांधी ने इस बार अप्रत्याशित तौर पर अहमद पटेल पर भरोसा जताया है। अहमद पटेल को छोड़कर कांग्रेस में सोनिया के दरबारी इस बार हाशिए पर ही नजर आ रहे हैं। कांग्रेस के महासचिव राहुल गांधी इस बार अपेक्षाकृत युवाओं पर ज्यादा भरोसा करते दिख रहे हैं।
युवराज राहुल के साथ इस समय सबसे ज्यादा मीनाक्षी नटराजन, सचिन पायलट, प्रदीप जैन, अशोक तंवर, ज्योतिरादित्य सिंधिया, जतिन प्रसाद, संजय निरूपम, जितेंद्र सिंह, परवेज हाशिमी, रवनीत सिंह, आर.पी.एन.सिंह, जितेंद्र सिंह जैसे युवा सक्रिय और प्रभावी भूमिका में नजर आ रहे हैं। उत्तर प्रदेश के प्रयोग के बाद युवराज की ताजपोशी का वक्त मुकर्रर किया जाएगा।
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