सोमवार, 5 दिसंबर 2011

अभी करना होगा आईएएस के लिए इंतजार


अभी करना होगा आईएएस के लिए इंतजार

केंद्र को नहीं भेजी चयनित अफसरों की सूची

(अंशुल गुप्ता)

भोपाल। मध्य प्रदेश के अनेक अफसरों का भारतीय प्रशासनिक सेवा के अफसर बनने का सपना पूरा होता नहीं दिख रहा है। राज्य सरकार की हीला हवाली से इस साल भी गैर प्रशासनिक सेवा के अफसरों को आईएएस बनने से वंचित ही रहना पड़ेगा। राज्य सरकार की ओर से अफसरों का चयन ही काफी विलंब से किया गया फिर दूबरे पर दो असाढ़ की कहावत को चरितार्थ करते हुए चयनित अफसरों की सूची पर लालफीताशाही इस कदर हावी हुई कि अफसर उस सूची पर ही कुंडली मारकर बैठ गए हैं।

राज्य सचिवालय वल्लभ भवन के सामान्य प्रशासन विभाग के सूत्रों का कहना है कि राज्य सरकार द्वारा लंबी कवायद के उपरांत विभिन्न विभागों के डेढ़ दर्जन से अधिक अफसरों की सूची तैयार कराई गई। इस सूची के बनने के साथ ही विवाद आरंभ हो गया। कहा जा रहा है कि माता लक्ष्मी और प्रभाव इस सूची पर जमकर हावी रहा। यही कारण है कि इस सूची में अनेक विवादस्पद नाम भी शामिल कर लिए गए।

सूत्रों ने आगे कहा कि जब यह मामला विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने प्रमुखता से उठाया तब जीएडी के हाथ पांव फूल गए थे। सामान्य प्रशासन विभाग ने विवाद के बढ़ते देख इस सूची को ठंडे बस्ते में डालना ही उचित समझा। चर्चा है कि इस सूची में विवादस्पद नाम आने से उन अफसरान में निराशा फैल गई थी जो इसके लिए पूरी तरह योग्य थे और उनका नाम सूची में शामिल नहीं किया जा सका।

उधर संघ लोक सेवा आयोग के सूत्रों का कहना है कि अगर राज्य सरकार द्वारा यह सूची जल्द ही केंद्र सरकार को नहीं भेजी गई तो चयनित 20 अफसरों का भविष्य अंधेरे में ही चला जाएगा। इसका कारण यह है कि विलंब के चलते संघ लोक सेवा आयोग द्वारा इन अफसरान का साक्षात्कार आहूत नहीं करवा पाया जाएगा, जिसके परिणाम स्वरूप चयन की यह कवायद अकारत ही चली जाएगी।

कोई टिप्पणी नहीं: