7, रेसकोर्स को आशियाना बनाने की चाहत में मराठा क्षत्रप
आम चुनावों के लिए मुलायम ममता चाह रहे पंवार
(लिमटी खरे)
नई दिल्ली (साई)। गुजरात, बिहार, मध्य प्रदेश के बाद उत्तर प्रदेश में जनाधार खोने के बाद अब कांग्रेस के भविष्य पर प्रश्नचिन्ह लगने लगे हैं। इन परिस्थितियों में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के सुप्रीमो शरद पंवार ने क्षेत्रीय पार्टियों को एकजुट करने का अभियान आरंभ कर दिया है। अगर वे अपने इस प्रयोग में कामयाब रहे तो 2014 के आम चुनावों में देश के वज़ीरे आज़म पद पर मराठा क्षत्रप शरद पंवार की ताजपोशी कोई रोक नहीं सकता है।
सियासी हल्कों में चल रही सुगबुगाहट के मुताबिक समाजवादी पार्टी के सर्वेसर्वा मुलायम सिंह यादव, त्रणमूल कांग्रेस की निजाम ममता बनर्जी और राकांपा के सुप्रीमो शरद पंवार इसी दिशा में काम कर रहे हैं। मुलायम और ममता इन दिनों कांग्रेस से ज्यादा शरद पंवार के करीब जाने को व्याकुल नजर आ रहे हैं।
राकांपा के उच्च पदस्थ सूत्रों का कहना है कि पंवार को भरोसा है कि वाम दलों के साथ भी पंवार का गठबंधन हो सकता है। पंवार और ए.बी.वर्धन की नजदीकियां किसी से छिपी नहीं हैं। आपला मानुष के नाम पर शिवसेना को भी पंवार के पीछे खड़े होने में शायद ही कोई गुरेज हो। महाराष्ट्र में राकांपा ने अमरावती, यवतमाल, नागपुर, गढ़ चिरौली, चंद्रपुर जैसे जिलों में शिवसेना से हाथ मिलाया है।
चर्चा तो यहां तक है कि मराठा क्षत्रप ने यूपी चुनाव में मुलायम सिंह को तो पश्चिम बंगाल चुनाव में त्रणमूल कांग्रेस को वित्तीय मदद भी पहुंचाई है। उधर, पंवार की सांसद पुत्री सुप्रीया सुले भी अपने पिता को 7, रेसकोर्स रोड़ (प्रधानमंत्री का सरकारी आवास) पहुंचाने के लिए अतुर दिख रही हैं। पिछले दिनों सेंट्रल हाल में सुप्रीया और ममता बनर्जी के बीच हंसी ठठ्ठा लोगों को बरबस ही अपनी ओर खींच रहा था।
शरद पंवार वैसे तो खालिस कांग्रेसी हैं, किन्तु सोनिया गांधी के विदेशी मूल के मुद्दे को हवा देकर उन्होंने कांग्रेस से किनारा किया था। आज भी कांग्रेस में शरद पंवार के अनेकानेक मित्र मौजूद हैं, जो पंवार के एक इशारे पर कांग्रेस से बगावत पर आमदा हो सकते हैं। इनके लिए पंवार ने काफी कुछ किया हुआ बताया जाता है।
पंवार के धुर विरोधी महाराष्ट्र के निजाम अशोक चव्हाण ने इन आशंकाओं कुशंकाओं के बारे में पिछले दिनों कांग्रेस की राजमाता श्रीमति सोनिया गांधी को आवगत कराया। कांग्रेस की सत्ता और शक्ति के शीर्ष केंद्र 10, जनपथ के सूत्रों का कहना है कि चव्हाण ने सोनिया को पंवार के कारनामों के बारे में सविस्तार नमक मिर्च लगाकर बताया।
सूत्रों ने बताया कि चव्हाण ने एक सूची भी कांग्रेस सुप्रीमो श्रीमति सोनिया गांधी को सौंपी है जिसमें उन कांग्रेस के केंद्रीय मंत्रियों, सांसदों और कट्टर कांग्रेसियों के नाम शामिल हैं, जो पंवार के इशारे पर कांग्रेस से बगावत कर सकते हैं। चव्हाण ने सोनिया को यह भी बताया कि यह पंवार के लिए अंतिम मौका होगा, क्योंकि उमर दराज हो चुके पंवार की सेहत भी अब ठीक नहीं रहती है, इसलिए वे 7, रेसकोर्स को अपना आशियाना बनाने के लिए हर संभव प्रयास करेंगे।
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