गुरुवार, 14 जून 2012

संकट में आ सकते हैं मोदी


संकट में आ सकते हैं मोदी

संघ नेतृत्व हो गया मोदी से खफा

(शरद खरे)

नई दिल्ली (साई)।गुजरात के निजाम नरेंद्र मोदी ने जिस तरह से भाजपा संगठन को कालर पकड़कर बार बार झुका रहे हैं उससे धूमिल होती भाजपा की छवि से संघ नेतृत्व खासा खफा नजर आ रहा है। संजय जोशी प्रकरण से संघ के आला नेता मोदी के खिलाफ तलवार पजाने लगे हैं।
दिल्ली में झंडेवालान स्थित संघ मुख्यालय के उच्च पदस्थ सूत्रों का कहना है कि संघ प्रमुख मोहन भागवत संजय जोशी प्रकरण से खासे आहत बताए जा रहे हैं। इस मसले में गुजरात के निजाम नरेंद्र मोदी की हरकतों से संघ का शीर्ष नेत्त्व अब मादी के खिलाफ हो गया है। मोदी ने अपनी व्यक्तिगत दुश्मनी जिस तरह से पार्टी के माध्यम से निकाली है उससे संघ प्रमुख की भावनाएं बुरी तरह आहत हुई हैं।
सूत्रों के अनुसार नरेंद्र मोदी के जबर्दस्त दवाब के आगे झुककर भले ही नितिन गड़करी ने संजय जोशी को त्यागपत्र देेने के लिए बाघ्य किया हो और त्यागपत्र स्वीकार कर लिया हो पर संघ के बेहद विश्वसनीय संजय जोशी की खामोशी गड़करी की रातों की नींद हराम किए हुए है। एक तरफ उथले विचारों को दर्शाकर एल.के.आड़वाणी ने ब्लाग वार आरंभ किया तो दूसरी ओर संजय जोशी ने मुंह सिलकर सभी को अपने कदमों के बारे में सोचने पर मजबूर कर दिया है।
मध्य प्रदेश के संघ पृष्ठभूमि के और प्रभात झा के करीबी भाजपा नेता का कहना है कि पिछले दिनों नरेंद्र मोदी को टारगेट कर भाजपा के मुखपत्र में जो कुछ लिखा गया था वह दरअसल, मोहन भागवत की ही राय थी। संघ की मोदी जोशी प्रकरण में चुप्पी का कारण महज इतना है कि इस साल दिसंबर में गुजरात विधानसभा चुनाव हैं और दिसम्बर में ही गड़करी को दुबारा भाजपा की कमान सौंपी जाएगी।

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