कौन ना फिदा हो जाए
शिव की इस सादगी पर
(शरद खरे)
सिवनी (साई)।
प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान वाकई एक सीधे सादे इंसान हैं। यह बात गत
दिवस केवलारी विधायक हरवंश सिंह ठाकुर की अंतिम यात्रा में देखने को मिली।
एक ओर कांग्रेस के
हाई प्रोफाईल नेता जहां अपने अपने समर्थकों से घिरे हरवंश सिंह ठाकुर के गृह ग्राम
बर्रा में उपस्थित थे वहीं, प्रदेश के मुखिया शिवराज सिंह चौहान जब
वाहनों की रेलमपेल और जाम में फंसे तो वे बिना किसी लाव लश्कर के पैदल ही अकेले
सुरक्षा कर्मियों के साथ वहां पहुंच गए।
इसके उपरांत जब
अंतिम यात्रा आगे बढ़ी तो शिवराज सिंह चौहान ने सहृदयता और सादगी का परिचय देते हुए, गर्मी की तपन में
भी पुलिस के वाहन जिसमें हरवंश सिंह की अंतिम यात्रा निकाली जा रही थी, पर फर्श पर ही जा
बैठे।
बाद में जब बैनगंगा
के तट पर वे पंडाल में जाकर बैठे तो कबीना मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने उन्हें मशविरा
दिया कि सरकारी उड़न खटोला यानी हेलीकाप्टर वहीं बुलवा लिया जाए और सूर्यास्त के
पूर्व ही वे जबलपुर के लिए उड़ जाएं जहां राज्य शासन का विमान बुलवाकर वे उससे
भोपाल के लिए प्रस्थान कर जाएं।
इस पर मुख्यमंत्री
शिवराज सिंह ने सदगी के साथ कहा कि वे तब तक वहां रूकेंगे जब तक सारी रस्में पूरी
नहीं हो जाती। उसके बाद वे सिवनी में भी रात्रि विश्राम कर सकते हैं। साथ ही साथ
उन्होंने यह भी कहा कि अगर जरूरी हुआ तो वे सड़क मार्ग से जबलपुर चले जाएंगे और देर
होने पर रात्रि विश्राम वहां भी कर सकते हैं। शिवराज सिंह चौहान की इस सादगी की
सर्वत्र चर्चा है।
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