अस्पताल में नहीं हुआ
इलाज, दिनेश
मिश्रा का निधन!
(अखिलेश दुबे)
सिवनी (साई)। अपने
जमाने के हरफनमौला ठेकेदार दिनेश मिश्रा का आज जिला चिकित्सालय में निधन हो गया।
गत रात्रि लगभग डेढ़ बजे उन्हें स्वांस लेेने में तकलीफ होने पर जिला चिकित्सालय
में भर्ती कराया गया था। आज लगभग साढ़े ग्यारह बजे उन्होंने अंतिम सांस ली।
प्राप्त जानकारी के
अनुसार बरघाट क्षेत्र के कांग्रेस के पूर्व विधायक पंडित महेश प्रसाद मिश्रा के
अनुज दिनेश मिश्रा को गत रात्रि, घर पर ही सांस लेने में तकलीफ हुई। उनके
परिजनों ने उन्हें तत्काल जिला चिकित्सालय में उन्हें दाखिल करवाया। बताया जाता है
कि रात्रि में मौजूद चिकित्सक ने उनका परीक्षण कर एक बोतल लगवा दी।
बताया जाता है कि
सुबह जब काफी देर तक राउंड पर कोई चिकित्सक नहीं आया, तो उनके परिजनों ने
वहां उपस्थित पेरामेडीकल स्टाफ से इस बावत् चर्चा की। जिस पर उन्हें जवाब मिला कि
उन्हें देखने कंसल्टेंट चिकित्सक जल्द ही आएंगे।
जब काफी देर तक कोई
उन्हें देखने नहीं आया तो उनके परिजनों ने महिला वार्ड में राउंड ले रहे डॉ.नेमा
से अर्ज किया कि वे चलकर उन्हें देख लें। डॉ.नेमा ने हठधर्मिता दिखाते हुए साफ तौर
पर यह कह दिया कि वह उनका वार्ड नहीं है, उस वार्ड में जो चिकित्सक होगा वही उन्हें
देखेगा।
बताया जाता है कि
जब काफी देर तक कोई भी चिकित्सक उन्हें देखने नहीं आया तो उनके परिजनों ने अपने
रिश्तेदारों के माध्यम से उनकी ईसीजी करवाई और उन्हें नागपुर ले जाने की तैयारी की
गई। अस्पताल से बाहर निकलते समय ही उन्होंने अंतिम सांस ली।
उनका अंतिम संस्कार
आज कटंगी रोड स्थित मो़क्षधाम में शाम लगभग साढ़े पांच बजे कर दिया गया। उन्हें
उनके ज्येष्ठ पुत्र सोनू ने मुखाग्नी दी। दिनेश मिश्रा अपने पीछे दो पुत्र, पुत्रवधू, पत्नि का भरा पूरा
परिवार छोड़ गए हैं।
वहीं दूसरी ओर जिला चिकित्सालय में बरती गई घोर लापरवाही के कारण लोगों में
जमकर आक्रोश भरा हुआ है। गौरतलब होगा कि अस्सी के दशक से सिवनी में पदस्थ निश्चेतक
डॉ.सत्यनारायण सोनी को जबसे जिला चिकित्सालय के सिविल सर्जन की कमान सौंपी गई है
तबसे जिला चिकित्सालय के हाल बेहाल हो गए हैं। चिकित्सा कर्मियों के बीच चल रही
चर्चा को सच माना जाए तो पांच अंको की राशि खर्च कर उन्हें सीएस का पद मिला है।
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