जिला कांग्रेस अध्यक्ष उपाध्यक्ष के बीच
हुई हाथापाई!
(पीयूष भार्गव)
सिवनी (साई)। जिला कांग्रेस कमेटी के
अध्यक्ष हीरा आसवानी और उपाध्यक्ष खुमान सिंह के बीच आज हुई हाथापाई आज चर्चा का
केंद्र बनी रही। भैरोगंज में नुक्कड़ सभा के दरम्यान घटी इस घटना को अगामी विधानसभा
चुनावों में सिवनी विधानसभा से प्रत्याशी चयन को लेकर भी देखा जा रहा है।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार भैरोगंज
में जब नुक्कड़ सभा समापन की ओर थी, और प्रोटोकाल के हिसाब से जिला कांग्रेस
कमेटी के अध्यक्ष हीरा आसवानी भी अपना उद्बोधन दे चुके थे, तब जिला कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष
खुमान सिंह अपनी मोटर साईकल पर वहां पहुंचे।
बताया जाता है कि खुमान सिंह ने वहां
पहुंचने के साथ ही अपना उद्बोधन देने के लिए दबाव बनाना आरंभ किया। इस पर वहां
मौजूद जिला कांग्रेस के पदाधिकारियों ने खुमान सिंह को प्रोटोकाल का हवाला देते
हुए उनसे इसके उपरांत डूंडा सिवनी में आयोजित होने वाली नुक्कड़ सभा में अपनी बात
रखने की बात कही गई।
बताया जाता है कि इस पर खुमान सिंह आग
बबूला हो गए और वहीं उन्होंने अपशब्दों का प्रयोग आरंभ कर दिया। जैसे ही स्थिति
बिगड़ती दिखी वैसे ही जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष हीरा आसवानी ने उन्हें वहां
से कुछ दूर ले जाया गया। वहां दोनों के बीच गर्मागर्म बहस भी हुई।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार दोनों के
बीच बहस इस कदर बढ़ गई कि जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष और उपाध्यक्ष ने एक दूसरे
की कालर तक पकड़ ली। जैसे ही ममला गर्माया वैसे ही कांग्रेस के पदाधिकारी मौके पर
पहुंचे और उन्होंने दोनों को अलग अलग किया। बताते हैं इसी बीच दोनों ही ने एक
दूसरे को दो चार थप्पड़ तक रसीद कर दिए।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार इस मामले
को शांत करवाने में नंदू यादव की भूमिका सराहनीय रही। किन्तु कांग्रेस के अंदर चल
रही चर्चा के अनुसार सिवनी कांग्रेस के क्षत्रप हरवंश सिंह ठाकुर के अवसान के साथ
ही जिला कांग्रेस में अनुशासनहीनता की घटनाओं में तेजी से बढ़ोत्तरी दर्ज की जा रही
है, जिसे शुभ संकेत नहीं माना जा रहा है।
कहा जा रहा है कि यह मामला अनुशासनहीनता
के एक मामले की परणीति थी। बताया जाता है कि हरवंश सिंह ठाकुर के अस्थि कलश जब
केवलारी गए थे, उस समय माईक छीनने को लेकर हीरा आसवानी द्वारा खुमान सिंह को एक शो कॉज
नोटिस सर्व किया गया था, और खुमान सिंह इस नोटिस से आहत थे। मौके पर उन्होने अपशब्दों के साथ यह
तक कहा कि कुछ लोग चाहते हैं कि खुमान सिंह को कांग्रेस से ही बाहर कर दिया जाए।
वही, कांग्रेस के अंदर यह बात भी तेजी से चल
रही है कि इस मामले में दरअसल, विधानसभा चुनाव में टिकिट की दावेदारी
गर्भनाल में है। कहा जा रहा है कि हरवंश
सिंह के अवसान के उपरांत अब कांग्रेस में कार्यकर्ता और नेताओं को किसी का भय नहीं
बचा है। देखा जाए तो सिवनी में कांग्रेस की नैया बिना किसी खिवैया के मझधार में
डोल रही है।
जून माह में सिवनी की इस डोलती नैया को
थामने के लिए केंद्रीय मंत्री कमल नाथ सिवनी आए थे, किन्तु उनके आगमन के बाद भी सिवनी जिले
के हित में किसी तरह की घोषणा ना होने से कांग्रेस के कार्यकर्ताओं में मायूसी का
आलम पसर गया था। इसके बाद एक बार फिर कांग्रेस के कार्यकर्ता इधर उधर बिखरने लगे
हैं।
जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष और
उपाध्यक्ष के बीच हुई मारपीट, झूमाझपटी, कालर पकड़ने की इस घटना से कांग्रेस के
अंदर एक तूफान सा खड़ा होता दिख रहा है। हरवंश सिंह के समय जिले के कांग्रेस के
कार्यकर्ता भले ही उनकी नीतियों की पीठ पीछे बुराई करते थे, किन्तु इस तरह अध्यक्ष के साथ सार्वजनिक
मंच पर मारपीट की घटना का क्या परिणाम होगा यह तो वक्त ही बताएगा।
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