गुरुवार, 8 अगस्त 2013

रेल सुविधा के लिए कोई तो हुआ फिकरमंद

रेल सुविधा के लिए कोई तो हुआ फिकरमंद

(शरद खरे)

सिवनी में रेल सुविधाएं कष्टकारी हैं। यहां ब्रॉडगेज किसी सपने से कम नहीं है। सालों से कांग्रेस के नेता सिवनी के लोगों को ब्रॉडगेज का झूला झुलाते आ रहे हैं। जब भाजपा के सांसद बने तब भाजपा ने भी कांग्रेस की परंपरा को ही आगे बढ़ाया है। ब्रॉडगेज आज तक आई नहीं पर ब्रॉडगेज के नाम पर कांग्रेस भाजपा के नेताओं ने विज्ञापन छपवा-छपवाकर लोगों की भावनाओं के साथ खिलवाड़ अवश्य ही किया है।
2006 में जब लालू यादव केंद्र में रेल मंत्री थे, उस वक्त कांग्रेस के जिले के क्षत्रप हरवंश सिंह ठाकुर जो कांग्रेस को अपने हिसाब से हांका करते थे, ने जिला कांग्रेस के प्रतिनिधिमण्डल को बस से दिल्ली ले जाया जाकर अनेक नेताओं से मिलवाया। यह प्रतिनिधि मण्डल उस समय कांग्रेस अध्यक्ष श्रीमती सोनिया गांधी से भी मिला था। लालू यादव जब छिंदवाड़ा आए तब उनसे भी प्रतिनिधिमण्डल को मिलवाया गया।
इसके बाद कांग्रेस और भाजपा कीए विज्ञापनों के प्रकाशन की होड़ देखते ही बनी। लालू यादव ने बतौर रेल मंत्री यह कह दिया कि छिंदवाड़ा नैनपुर जैसेरेलखण्ड का अमान परिवर्तन भी किया जाएगा। फिर क्या था कांग्रेस भाजपा के नेताओं मय हरवंश सिंह केपिल पड़े श्रेय लेने की होड़ में। उस वक्त मीडिया की सुर्खियों को देखकर लग रहा था मानों 2007 का सूरज बड़ी रेल लाईन पर ही निकलेगा।
2007 तो क्या 2013 का सूर्य भी निकल आया और ब्राडगेज का अता पता नहीं है। लोग निराश हैं, क्या करें समझ नहीं पा रहे हैं। ब्रॉडगेज के संघर्ष के लिए खुमान ंिसंह ठाकुर ने प्रयास किए। सिवनी से छिंदवाड़ा की पदयात्रा का आगाज़ किया। बाद में सिवनी की कांग्रेस की राजनीति के चाणक्य के जाल में फंसकर खुमान सिंह भी कांग्रेस के उपाध्यक्ष बनकर शांत हो गए। कांग्रेस के उपाध्यक्ष बनने के बाद खुमान सिंह की धार भी बोथरी ही हो गई है।
रेल सुविधाओं या अमान परिवर्तन के लिए सिवनी के किसी भी सांसद ने अपनी ओर से सिवनी की आवाज को संसद में गुंजायमान नहीं किया है। वर्तमान में सिवनी के सांसदों में सुश्री विमला वर्मा, प्रहलाद सिंह पटेल, नीता पटेरिया, ही हैं एवं वर्तमान में के.डी.देशमुख तथा बसोरी सिह मसराम सिवनी के सांसद हैं। ये वर्तमान और पूर्व सांसद अपने अपने दिलों पर हाथ रखकर क्या इस बात को कह पाएंगे कि इन्होंने सिवनी जिले की जनता के द्वारा इन्हें दिए गए जनादेश का सम्मान किया है।
क्या कारण है कि आज तक छिंदवाड़ा से सिवनी होकर नैनपुर और जबलपुर के अमान परिवर्तन की बात जिले के सांसदों द्वारा पुरजोर तरीके से उठाई नहीं गई है? क्या कारण है कि यह रेल खण्ड आज भी बाबा आदम के जमाने की नैरोगेज के सहारे है? क्या कारण है कि एक के बाद एक करके यहां छोटी लाईन के डिब्बे कम होते जा रहे हैं और सांसद खामोश बैठे हैं? क्या यह सब बसोरी सिंह मसराम और के.डी.देशमुख को दिखाई नहीं पड़ता है? क्या बसोरी सिंह का संसदीय क्षेत्र महज मण्डला जिला है और के.डी.देशमुख महज बालाघाट जिले के सांसद हैं?
सिवनी में रहने वाले लोगों के जो रिश्तेदार बाहर हैं उनके लिए यह नेरोगेज रेल वाकई एक अजूबा है। नेरोगेज रेल को बाहर वाले आज की दौड़ती भागती दुनिया में अजब गजब चीज ही मानते हैं। सांसदों की अनदेखी का ही परिणाम है कि सिवनी जिले की सीमा से सटे जिलों में मण्डला को छोड़कर नागपुर, जबलपुर, छिंदवाड़ा, नरसिंहपुर यहां तक कि बालाघाट में भी ब्रॉडगेज की सीटी की आवाज सुनाई देने लगी है। सिवनी के लोग आज भी ब्रॉडगेज की सीटी को तरस रहे हैं।
बिलासपुर में गत दिवस संपन्न हुई रेल परामर्शदात्री समिति की बैठक में उपभोक्ता कांग्रेस के अध्यक्ष डी.बी.नायर ने अपने सुझाव रखकर कम से कम सिवनी का जिकर तो किया। डी.बी.नायर ने बताया कि छिंदवाड़ा से इंदौर के लिए तो आरक्षण की सुविधा है पर इंदौर से छिंदवाड़ा के लिए आरक्षण की सुविधा ही नहीं है। सिवनी में रेल्वे प्लेटफॉर्म पर शेड नहीं है। डी.बी.नायर ने वरिष्ठ नागरिकों को आरक्षण में कोटा निर्धारित करने की मांग भी रखी।
वस्तुतः ये सारे काम सिवनी जिले के सांसद द्वय बसोरी सिंह मसराम और के.डी.देशमुख के हैं। विडम्बना है कि कांग्रेस और भाजपा के सांसद गहन निंद्रा में हैं और उनका काम उपभोक्ता कांग्रेस के अध्यक्ष डी.बी.नायर कर रहे हैं। यह वाकई सिवनी का दुर्भाग्य ही कहा जाएगा कि सियासी दलों के नेताओं द्वारा सिवनी के नागरिकों को सदा से ही ब्रॉडगेज के नाम पर भरमाया जा रहा है। सिवनी से छिंदवाड़ा और नैनपुर की ओर ब्रॉडगेज का काम आरंभ हुआ भी है और नहीं भी हुआ है।

चुनाव नजदीक हैं इसे देखकर ब्रॉडगेज का लालीपॉप पकड़ा दिया गया है। चुनाव तक छिंदवाड़ा से नैनपुर के रेलखण्ड में एक इंच भी काम नहीं होने वाला है। विधानसभा चुनावों के बाद एक बार पुनः लालीपॉप दिया जाएगा, तदोपरान्त लोकसभा के चुनावों के बाद यह मामला पांच साल के लिए ठण्डे बस्ते के हवाले कर दिया जाएगा। अभी संसद का सत्र चल रहा है। सिवनी के कांग्रेस के सांसद बसोरी सिंह मसराम और भाजपा के सांसद के.डी.देशमुख दिल्ली में चाहें तो देश की सबसे बड़ी पंचायत में छिंदवाड़ा से नैनपुर के अमान परिवर्तन को समय सीमा में बांधने, अब तक के आवंटन और आने वाले समय में अधिक आवंटन की मांग पुरजोर तरीके से उठा सकते हैं, पर वास्तव में इन दोनों के द्वारा ऐसा शायद ही किया जाए।

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