एक दूसरे का दौना लुढ़काने में लगे
भाजपाई
(अखिलेश दुबे)
सिवनी (साई)। भाजपा के संगठन महामंत्री
अरविंद मेनन मंगलवार को सिवनी आ रहे हैं, वे कार्यकर्ताओं की बैठक लेंगे। भाजपा
के बीच चल रही है चर्चाओं के अनुसार अरविंद मेनन 13 अगस्त को प्राथमिक तौर पर सिवनी के
चारों विधानसभा क्षेत्र के कुछ उम्मीदवारों की टिकिट लेकर आ रहे हैं।
अरविंद मेनन के सिवनी आगमन को लेकर
भाजपा में दो दिनों से सुगबुगाहट व्याप्त है। दो दिनों से जिला मुख्यालय सिवनी
वाली विधानसभा के उम्मीदवारों के बीच रस्साकशी तेज हो गई है। सिवनी सीट के लिए
मुख्य रूप से वर्तमान विधायक श्रीमति नीता पटेरिया, जिला भाजपाध्यक्ष नरेश दिवाकर, नगर पालिका अध्यक्ष राजेश त्रिवेदी, पूर्व जिला भाजपाध्यक्ष सुजीत जैन आदि
के नाम सामने आ रहे हैं।
इन सभी संभावित दावेदारों के बीच अब एक
नया प्रयोग चल रहा है जो सबसे अधिक चर्चित हो रहा है। इस प्रयोग में एक दूसरे पर
कीचड़ उछालने के लिए अब भाजपा के क्षत्रपों ने मीडिया मैनेजमेंट आरंभ कर दिया है।
मीडिया में एक दूसरे के खिलाफ खबरें प्लांट कर उसकी कटिंग के सहारे अपनी दावेदारी
की फाईल मोटी करने के स्थान पर वे विरोधियों की दावेदारी ना हो पाए इसकी चिंता में
तेजी से काम कर रहे हैं।
पिछले दिनों मीडिया में नीता पटेरिया, नरेश दिवाकर, राजेश त्रिवेदी आदि के कारनामे
सुर्खियों में रहे हैं। रोजाना प्रदेश कार्यालय से लेकर दिल्ली कार्यालय में बैठे
अपने आकाओं को अखबारों की इन कतरनों से आवगत कराया जा रहा है। साथ ही साथ यह अवश्य
ही कहा जा रहा है कि भाई साहब भले ही हमारी टिकिट पक्की ना हो पर फलां की टिकिट
कटना जरूरी है।
भाजपा के उच्च पदस्थ सूत्रों ने समाचार
एजेंसी ऑफ इंडिया को बताया कि पिछले दिनों सिवनी के एक प्रतिनिधि मण्डल से चर्चा
के दौरान अरविंद मेनन सिवनी में भाजपा संगठन और कार्यकर्ताओं के प्रति अपनी राय दे
चुके हैं। सूत्रों ने कहा कि अरविंद मेनन का कहना था कि जिला भाजपाध्यक्ष नरेश
दिवाकर ने उनके द्वारा भेजे गए बी फार्म पर शंका जाहिर की है।
सूत्रों ने कहा कि इसके अलावा वर्तमान
विधायक श्रीमति नीता पटेरिया के बारे मे अरविंद मेनन का कहना था कि उनका ‘‘कमिटमेंट‘‘ पूरा हो चुका है, अब उनसे कुछ लेना देना बाकी नहीं रह गया
है। रही बात राजेश त्रिवेदी की तो अरविंद मेनन ने राजेश त्रिवेदी को अपने जीवन की
सबसे बड़ी भूल निरूपित किया है। इतना ही नहीं अरविंद मेनन का मानना है कि जितनी देर
में वे सिवनी में झगड़े सुलझाएंगे उतनी देर में तो वे कम से कम तीन जिलों का काम
निपटा लेंगे।
इन बातों में सच्चाई कितनी है यह बात तो
अरविंद मेनन ही जानते होंगे या फिर भाजपा का यह त्रिफला। पर भाजपा संगठन के लोगों
की जुबान पर इस वाक्ये की चर्चाएं तेजी से हो रही हैं। भाजपा के अंदरखाने से छन छन
कर बाहर आ रही खबरों पर अगर यकीन किया जाए तो कांग्रेस के क्षत्रप हरवंश सिंह के
अवसान के साथ ही भाजपा जिले में दिशा भ्रमित हो गई है। चर्चा तो यहां तक भी है कि
सिवनी में भाजपा के संगठन को सालों साल तक हरवंश सिंह ने अपने हिसाब से हांका है।
वहीं, अब यह चर्चा भी तेज हो रही है कि सिवनी
में भाजपाईयों की आपसी सर फटव्वल से आजिज आकर हो सकता है कि शीर्ष नेतृत्व सिवनी
में नए चेहरे को उतारने का मन बना लें। नए चेहरे की संभावनाओं पर अरविंद मेनन के
करीबी सूत्रों का कहना है कि सिवनी से निर्दलीय प्रत्याशी रहे दिनेश राय उर्फ
मुनमुन उनकी नजरों में सबसे मुफीद प्रत्याशी हो सकते हैं।
सूत्रों के अनुसार ‘मनी पावर‘ एण्ड ‘मसल पावर‘ दोनों ही में दिनेश राय सिवनी के भाजपा
नेताओं पर बीस बैठ रहे हैं। 13 जून को केंद्रीय मंत्री कमल नाथ के
सिवनी आगमन के उपरांत कांग्रेस के दरवाजे दिनेश राय के लिए बंद हो गए बताए जा रहे
हैं। इसके पूर्व भाजपा के एक युवा नेता के साथ दिनेश राय के दिल्ली में अनेक
नेताओं की देहरी पर मत्था टेकने की चर्चाएं भी सिवनी के सियासी गलियारों में चल
रही हैं।
एक वरिष्ठ भाजपाई ने नाम उजागर ना करने
की शर्त पर समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया को बताया कि दिनेश राय को अगर भाजपा में लाया
जाता है तो उनका विरोध करने का दावा करने वाले ही उनके आगे पीछे घूमते नजर आएंगे।
उन्होंने कहा कि पिछले विधानसभा चुनाव में नीता पटेरिया को टिकिट मिलने पर भाजपा
के अनेक नेताओं ने दिनेश राय के चुनाव चिन्ह कप प्लेट का काम किया था। नीता
पटेरिया का विरोध जबर्दस्त था पर वे चुनाव जीत गईं। अब दिनेश राय अगर भाजपा में
आते हैं और उनका विरोध होता है तो उसका ज्यादा फर्क पड़ने वाला नहीं है। दिनेश राय
भाजपा से सिवनी विधानसभा का चुनाव आराम से जीत जाएंगे।
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