‘हम साथ साथ हैं‘ का एक सुर में नारा
लगा रहीं कांग्रेस भाजपा
(अखिलेश दुबे/अय्यूब कुरैशी)
सिवनंी (साई)।
नब्बे के दशक की समाप्ति के साथ ही सिवनी जिले के सियासी बियावान में एक नई परंपरा
का आगाज़ किया गया है। यह परंपरा है ‘हम साथ साथ हैं‘ की नई सुबह। इसके
तहत कांग्रेस और भाजपा दोनों ही प्रमुख सियासी दलों ने जिला स्तर की समस्याओं को
दरकिनार कर, एक दूसरे
को कोसना तो बरकरार रखा पर प्रदेश और राष्ट्रीय स्तर की समस्याओं पर। प्रदेश और
देश में दोनों ही सियासी दलों ने बाकायदा अपने अपने प्रवक्ता बनाए हुए हैं। जाने
अनजाने सिवनी के जिला स्तर के प्रवक्ताओं द्वारा इन देश और प्रदेश के प्रवक्ताओं
की रोजी रोटी पर संकट खड़ा किया जा रहा है। वस्तुतः इन प्रवक्ताओं का काम स्थानीय
स्तर की समस्याओं को पुरजोर तरीके से उठाने का है जिससे ‘उपकृत‘ या ‘षणयंत्र‘ के तहत इनके द्वारा
बचा जाता है। इस संस्कृति के सबसे बड़े पोषक सिवनी के सियासी बियावान के बट वृक्ष
स्व.हरवंश सिंह को ही माना जाता रहा है। उनके अवसान के उपरांत भी यह क्रम आज भी
बदस्तूर जारी है।
नगर पालिका पर मौन
है कांग्रेस
नगर पालिका परिषद्
सिवनी में भाजपा का राज है तो उपाध्यक्ष की आसनी पर कांग्रेस के राजिक अकील अपने
एक दर्जन पार्षदों की भारी भरकम फौज के साथ काबिज हैं। बावजूद इसके सिवनी के
नागरिक नारकीय पीड़ा भोग रहे हैं। नगर पालिका परिषद् की बैठक में आज तक शहर में
प्रदाय किए जा रहे दूषित पेजयल के मामले में कोई आवाज न उठना, आश्चर्य जनक ही
माना जाएगा। एक करोड़ रूपए की राशि ऐतिहासिक दलसागर के सौंदर्यीकरण में फूंक दी गई।
आज दलसागर तालाब में जल भराव क्षमता काफी हद तक कम हो चुकी है, इसके किनारे बने
पैदल पथ पर कचरा, घास उग आई
है। यह किसी भी कांग्रेस के पार्षद को दिखाई न देना आश्चर्यजनक ही है। इसी तरह
मुख्य बाजार बुधवारी में जल निकाली का उचित प्रबंधन न होने से हल्की सी बारिश में
ही यहां पानी लबालब भर जाता है। वार्ड के पार्षद ने बस एक पत्र पालिका को लिखकर
उसकी पावती लेकर अपने कर्तव्यों की इतिश्री ही समझ ली।
वाटर शेड में भ्रष्टाचार, कहां है कांग्रेस
जिला पंचायत के
अधीन वाटर शेड मिशन है। इसमें करोड़ों रूपयों के भ्रष्टाचार की गंगा बह रही है।
जिला पंचायत में अध्यक्ष पद पर कांग्रेस के मोहन चंदेल, तो उपाध्यक्ष पद पर
अनिल चौरसिया विराजमान हैं। प्रदेश में भाजपा सरकार है। भाजपा सरकार होने के बाद
भाजपा के नुर्माइंंदे आकंठ भ्रष्टाचार में डूबे हैं पर इनका भ्रष्टाचार न तो मोहन
चंदेल को दिख रहा है न ही अनिल चौरसिया को। दोनों की खामोशी से साफ जाहिर हो रहा
है मानो जिला पंचायत के अधीन सब कुछ ठीक ठाक चल रहा है।
अवैध बस संचालन, सब मिले हैं
सिवनी जिले में बस
या टैक्सी का अवैध रूप से संचालन व्यापक स्तर पर हो रहा है। इस संचालन में
कांग्रेस और भाजपा के नुर्माइंंदों की बस अवैध रूप से संचालित हो रही हैं। बार बार
मीडिया में उछलने के बाद भी न तो कांग्रेस और न ही भाजपा द्वारा इस संबंध में अब
तक अवैध बस संचालन रोकने के प्रयास हुए हैं। यहां तक कि अनेक सरकारी कर्मचारियों
ने अपने अपने परिजनों के नाम से बस या टैक्सी लेकर, इस लाभ के धंधे में
अपनी काली कमाई लगा दी है।
कानून व्यवस्था पर
खामोश है विपक्ष
जिले में अराजकता
की स्थिति बन चुकी है। चोरी, लूट, डकैती, हत्या, राहजनी जैसे मामले जमकर हो रहे हैं, पर कानून व्यवस्था
के नाम पर विपक्ष में बैठी कांग्रेस मौन ही साधे हुए है। सिवनी में क्रिकेट सट्टे
में फंसकर युवा बर्बाद हो रहा है। कांग्रेस अपनी पीठ ठोंकने के लिए मालवा में
कांग्रेस महासचिव राजा दिग्विजय सिंह पर हुए हमले के विरोध में प्रदर्शन करती है।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राज कुमार खुराना भी इसके लिए विज्ञप्ति जारी करते हैं, पर सिवनी के
क्रिकेट सट्टे, हत्या, जुंए की फड़ और
बिगड़ी कानून व्यवस्था के लिए वे भी खामोशी अख्तियार करना ही बेहतर समझते हैं।
पसरा हुआ है
अतिक्रमण
जिले भर में
अतिक्रमण सबसे बड़ी समस्या बनकर उभर रहा है। अतिक्रमण में कांग्रेस और भाजपा के
नुमाईंदों ने शायद अघोषित तौर पर एक सिंडीकेट बना लिया है। इसके तहत चुन चुनकर
कांग्रेस और भाजपा पदाधिकारियों ने जिला मुख्यालय सहित जिले भर में मुख्य स्थान
चिन्हित कर उसमें अतिक्रमण कर लिया है। चूंकि दोनों ही प्रमुख राजनैतिक दल के
कार्यकर्ता इनमें शामिल हैं अतः मुंह दिखाई रस्म के मानिंद चलने वाली अतिक्रमण
विरोधी मुहिम की गाज गरीबों और उन पर ही गिरती है जिनका कोई माई बाप नहीं है।
जर्जर स्वास्थ्य
व्यवस्था, कांग्रेस
की रहस्मय चुप्पी
जिले में सरकारी
स्तर पर स्वास्थ्य सुविधाएं मिलना अब इतिहास बन चुका है। आयुर्विज्ञान महाविद्यालय
की क्षमता वाले जिला चिकित्सालय के हाल बेहाल हैं। लखनादौन विधायक श्रीमती शशि
ठाकुर के पति डॉ.वाय.एस.ठाकुर चार सालों से अधिक समय से सिवनी में मुख्य चिकित्सा
एवं स्वास्थ्य अधिकारी हैं, तो सिवनी विधायक श्रीमती नीता पटेरिया के
पति डॉ.एच.पी.पटेरिया जिला मलेरिया अधिकारी के प्रभार में हैं। वहीं भाजपा के एक
और विधायक हैं कमल मर्सकोले जो बरघाट का प्रतिनिधित्व करते हैं। स्व.हरवंश सिंह
केवलारी से विधायक रहे हैं। वर्ष 2008 में विधानसभा चुनावों के बाद किसी भी
विधायक ने विधानसभा में जिले की लचर स्वास्थ्य व्यवस्था की आवाज बुलंद नहीं करके
अपनी अपनी कार्यप्रणाली और सिवनी के प्रति अपने अपने अनुराग पर ही प्रश्न चिन्ह
लगा दिए हैं।
अवैध शराब पर खामोश
कांग्रेस भाजपा
अग्निपथ सिनेमा
कमोबेश सभी ने देखा होगा। सदी के महानायक अमिताभ बच्चन अभिनीत इस चलचित्र में
दिनकर राव समूचे गांव को शराबी बना देता है। उसी तर्ज पर सियासी पायदान चढ़ने उतरने
वाले लोगों द्वारा परोक्ष तौर पर शराब व्यवसाय किया जा रहा है। गांव गांव में टाटा
सूमो और अन्य चौपाया वाहनों में अवैध शराब इस तरह बिक रही है मानो सरकारी राशन की
चलित दुकानें हों। युवा वर्ग शराब के नशे में बुरी तरह जकड़ चुका है। जिला कलेक्टर
की उपस्थिति में अनेकों बार बैठकों में इस बात को रेखांकित किया जा चुका है।
बावजूद इसके गांवों में बिकने वाली शराब पर कोई प्रतिबंध लगाने की मांग तक नहीं
करना आखिर क्या साबित कर रहा है?
लखनादौन नगर परिषद्
कर रही मनमानी
लखन कुंवर की नगरी
में नगर परिषद् पर निर्दलीय सुधा राय का कब्जा है। नगर परिषद् लखनादौन पर आरोप है
कि उसने कृषि उपज मण्डी की जमीन पर स्थगन के बाद भी सब्जी मण्डी का निर्माण करवा
दिया है। शहर की मुख्य सड़क का निर्माण तब आरंभ कर दिया गया था, जब श्रीमती सुधा
राय के समधियाने हटा (जिला दमोह) के एक ठेकेदार ने नगर परिषद् के साथ न तो अनुबंध
किया था न ही परफार्मेंस गारंटी का धन जमा किया था। इस सबंध में समाचार एजेंसी ऑफ
इंडिया से चर्चा के दौरान लगभग एक माह पूर्व भाजपा जिलाध्यक्ष ने कार्यवाही करने
की बात कही थी। एक माह बीतने के बाद भी सत्ताधारी भाजपा संगठन के जिला प्रमुख और
भाजपा संगठन ही अपने आप को लखनादौन नगर परिषद् के सामने घुटनों पर खड़ा पा रहा हो
तो किसी को आश्चर्य नहीं होना चाहिए। इस मामले में कहा जाता है कि लखनादौन नगर
परिषद् पर लंबे समय से राय परिवार का ही कब्जा है और राय परिवार को सायकल से बीस
पच्चीस लाख रूपयों के विलासिता वाले वाहन, घर में स्वीमिंग पूल आदि की व्यवस्थाएं करने
में कांग्रेस के क्षत्रप हरवंश सिंह ठाकुर का विशेष योगदान रहा है। कहा जाता है कि
राय परिवार के माध्यम से हरवंश सिंह द्वारा जिले में कांग्रेस की जड़ों में तबियत
से मठ्ठा डलवाया गया था।
रजनीश बने मुख्य
अतिथि, भाजपा
संगठन को हुआ सन्निपात!
लगता है केवलारी
विधानसभा के मामले में भाजपा के जिला संगठन को लकवा मार गया है। कांग्रेस और भाजपा
दोनों ही संगठनों के अंदर चल रही चर्चाओं के अनुसार भाजपा का जिला संगठन सदा से ही
हरवंश सिंह के इशारों पर मुजरा इसलिए करता आया है क्योंकि हरवंश सिंह के ‘पे रोल‘ पर भाजपा के अनेक
पदाधिकारी रहे हैं। गत दिवस छपारा में भाजपा सरकार के तेंदूपत्ता वितरण समारोह में
कांग्रेस के केवलारी विधानसभा के संभावित प्रत्याशी हरवंश सिंह के पुत्र रजनीश
सिंह को मुख्य अतिथि बना दिया गया। यह बात देश भर में लगभग एक हजार विभिन्न मीडिया
प्रतिष्ठानों को समाचार प्रदाय करने वाली समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया द्वारा प्रमुखता
के साथ उठाई गई। दिल्ली से प्रकाशित प्रमुख समाचार पत्र नवभारत टाईम्स, दैनिक जागरण सहित
अनेक वेब साईट्स पर भी यह बात प्रमुखता के साथ उठी। इस मामले में भाजपा जिला संगठन
और प्रवक्ता का मौन नहीं टूट सका है, जबकि सिर्फ भाजपा नेता नरेंद्र टांक ने ही
इस बात पर आपत्ति जाहिर की है।
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