आचार संहिता के भय से ही सही मिला तो सिंथेटिक हॉकी मैदान!
नरेशमय हो गया था लोकार्पण समारोह, असहज ही दिखीं
नीता पटेरिया, यशोधरा को भूला खेल युवक कल्याण
विभाग, मीडिया से चर्चा में कतराए प्रभारी मंत्री
(अखिलेश दुबे/अय्यूब कुरैशी)
सिवनी (साई)। अंततः हॉकी प्रेमियों के ख्वाब पूरे हो ही गए। सिवनी को एक
सिंथेटिक हॉकी स्टेडियम की सौगात मिल ही गई। लगभग चार करोड़ रूपए की लागत से बना यह
स्टेडियम लंबे समय से कथित तौर पर तैयार था, पर सूबे के निज़ाम
शिवराज सिंह चौहान के इंतजार में हॉकी प्रेमी शराबी फिल्म का ‘इंतेहा हो गई इंतजार की, आई न कुछ खबर
मेरे यार की. . .‘ गाने पर मजबूर
थे। हॉकी के सीनियर खिलाड़ियों का मानना है कि आचार संहिता के भय से ही सही, कम से कम सिंथेटिक हॉकी मैदान का उद्घाटन हो तो गया। आज का
कार्यक्रम पूरी तरह नरेश दिवाकर मय ही दिखा। वहीं मंच पर उपेक्षित सी रहने वाली
सिवनी विधायक नीता पटेरिया पूरी तरह असहज ही दिखीं। समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया की
टीम ने जब एस्ट्रोटर्फ मैदान का निरीक्षण किया तब पाया कि स्टेडियम अभी भी आधा
अधूरा ही था।
आज सिवनी जिले में नय्ो बस स्टेंड के पीछे मेजर ध्य्ाानचंद सिंथेटिक हॉकी
स्टेडिय्ाम का शुभारंभ स्कूल शिक्षा राज्य्ामंत्र्ाी एवं जिले के प्रभारी मंत्र्ाी
नानाभाऊ मोहोड़ द्वारा किय्ाा गय्ाा।
इस अवसर पर कलेक्टर भरत य्ाादव, महाकौशल विकास
प्राधिकरण के अध्य्ाक्ष नरेश दिवाकर, राज्य्ा वित्त
आय्ाोग के अध्य्ाक्ष डॉ.ढालसिंह बिसेन, विधाय्ाक सिवनी
श्रीमती नीता पटेरिय्ाा, विधाय्ाक लखनादौन
श्रीमती शशि ठाकुर, सहकारी बैंक के
अध्य्ाक्ष अशोक तेकाम, नगरपालिका
अध्य्ाक्ष राजेश त्र्ािवेदी, पूर्व भाजपा
अध्य्ाक्ष सुजीत जैन, अजय्ा डागोरिय्ाा, एवं जिला खेल एवं य्ाुवा कल्य्ााण अधिकारी श्रीमती मकसूदा
मिर्जा एवं गणमान्य्ा नागरिकगण उपस्थित थे।
प्रभारी मंत्र्ाी मोहोड़ ने कहा कि य्ाह अत्य्ांत हर्ष का विषय्ा है कि
मुख्य्ामंत्र्ाी द्वारा बनाई गई य्ाोजना द्वारा संचालनालय्ा खेल एवं य्ाुवा
कल्य्ााण मध्य्ाप्रदेश के सौजन्य्ा से सिवनी के खेल प्रेमी जनता को
अंतर्राष्ट्रीय्ा मापदंडों के अनुरूप सिंथेटिक हॉकी स्टेडिय्ाम की उपलब्धि हासिल
हुई है। फलस्वरूप हॉकी खिलाड़िय्ाों की बहुप्रतीक्षित मांग पूर्ण हुई है। कलेक्टर
भरत य्ाादव के अथक प्रय्ाास से शीघ्र ही मेजर ध्य्ाानचंद सिंथेटिक हॉकी स्टेडिय्ाम
का लोकार्पण संभव हो सका है।
उपस्थित सभी गणमान्य्ा नागरिकों को कलेक्टर भरत य्ाादव एवं श्रीमती मकसूदा
मिर्जा जिला एवं य्ाुवा कल्य्ााण अधिकारी द्वारा पुष्पमाला एवं स्मृति चिन्ह भेंट
किय्ाा गय्ाा। इस अवसर पर प्रभारी मंत्र्ाी नानाभाऊ मोहोड़ के समक्ष स्टेडिय्ाम में
प्रदर्शन मैच महाकौशल टीम एवं सहकारिता टीम के मध्य्ा खेला गय्ाा अंत में दोनों
टीमों को स्मृति चिन्ह भी भेंट किय्ाा गय्ाा।
जाली अधूरी!
कार्यक्रम आरंभ होने के पहले किए गए निरीक्षण में साई न्यूज की टीम ने
पाया कि खेल एवं युवक कल्याण विभाग द्वारा बहुत ही चतुराई के साथ जिस ओर मंच बनाया
गया था उस ओर मैदान की जाली लगा दी गई। शेष हिस्से में जाली लगाने का काम अभी
अस्सी फीसदी से ज्यादा बाकी है। इसके उपरांत जब दक्षिण पूर्व सिरे पर टीम पहुंची
तो पाया कि बुधवारी तालाब वाले सिरे और सब्जी मण्डी के पिछवाड़े में सड़क पूरी तरह
खुली हुई है। इस सड़क से आवारा मवेशी मैदान के पास ही प्रवेश कर रहे थे। दक्षिण
पश्चिम वाले सिरे में पेवर टाईल्स की छल्ली लगी हुई थी और दीवार के सहारे चेनल गेट
नुमा कुछ लोहे की आकृतियां टिकी र्हुइं थीं। यहां लगभग आधा दर्जन सुअर भी विचरण
करते हुए दिखाई दिए। वहीं मैदान के बीचों बीच पश्चिम दिशा में पेवर टाईल्स पानी
में पूरी तरह डूबी हुईं थीं, यह सरफेस के
अनईवन होने के चलते हुआ।
खुला हुआ है मैदान
मैदान में प्रवेश के लिए अभी कुछ माकूल प्रबंध नहीं हो पाए हैं। एक तो
सब्जी मण्डी और बुधवारी तालाब की ओर यह खुला हुआ है, वहीं दूसरी ओर उत्तर पश्चिम दिशा में तो दीवार है ही नहीं।
यहां से आवारा मवेशी और सुअर स्वच्छंद तरीके से अंदर आना जाना कर रही थीं। वह भी
उस वक्त जब दस मिनिट बाद स्टेडियम का लोकार्पण किया जाना हो।
नहीं था शू टेंक
जानकारों का कहना था कि मैदान में प्रवेश के पूर्व खिलाड़ियों को एक शू
टेंक से होकर गुजरना होता है ताकि बाहर की मिट्टी कंकर पत्थर मैदान में जाकर
सिंथेटिक सरफेस को गंदा न कर पाएं। शू टेंक के अभाव में जिसका मन हो रहा था वह
कीचड़ से सने पैर लेकर मैदान में जाकर सिंथेटिक मैदान में गंदगी फैला रहा था।
नरेश मय रहा प्रोग्राम
चूंकि तत्कालीन विधायक नरेश दिवाकर ने व्यक्तिगत दिलचस्पी लेकर इस मैदान
को सिवनी में स्थापित करवाने के लिए एड़ी चोटी एक कर दी थी अतः खेल एवं युवक कल्याण
विभाग सहित सारे उद्घोषकों ने महाकौशल विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष और भाजपा
जिलाध्यक्ष नरेश दिवाकर की तारीफ में कशीदे गढ़ दिए। वहीं, समूचे कार्यक्रम के दौरान मंचासीन सिवनी विधायक श्रीमती नीता
पटेरिया इसलिए असहज दिखीं क्योंकि उनकी कोई भागीदारी इस मैदान में नहीं थी। जिला
भाजपा ने उनके सांसद रहते हुए स्वीकृत हुए इस मैदान के लिए उनसे किसी तरह की राशि
की मांग क्यों नहीं की? अथवा की तो क्या
उन्होंने नहीं दी? यह बात भी
दर्शकों में चर्चित ही रही।
यशोधरा को भूल गए!
प्रदेश की तत्कालीन खेल मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया को मानो खेल एवं युवक
कल्याण विभाग भूल गया था। खेल एवं युवक कल्याण विभाग द्वारा उनकी भागीदारी से पूरी
तरह किनारा ही किया गया। जबकि सबसे पहले इस खेल मैदान के लिए तत्कालीन खेल संचालक
एवं सिवनी में पदस्थ रहे पुलिस अधीक्षक संजय चौधरी के आग्रह पर ही यशोधरा राजे
सिंधिया द्वारा सिवनी में एस्ट्रोटर्फ के लिए पचास लाख रूपए की राशि की स्वीकृति
प्रदान की गई थी। खेल युवक कल्याण अधिकारी द्वारा जब स्व.हरवंश सिंह द्वारा पांच
लाख रूपए की राशि देने की बात कही गई तो पीछे से नीता पटेरिया ने जोर से संशोधन
करते हुए कहा कि पांच नहीं चार लाख।
स्थानीय खिलाड़ियों को नहीं मिला भाव!
इस उद्घाटन समारोह में मंच से उद्घोषकों द्वारा एस्ट्रोटर्फ हॉकी मैदान का
बीज बोने वाले हॉकी खिलाड़ियों, स्व.सौभाग्य चंद
मालू, जानकी प्रसाद पाठक, शशि कान्त शर्मा, राजेंद्र गुप्त आदि का नाम लेना भी शान के खिलाफ समझा गया। वह
तो भला हो नरेंद्र अग्रवाल का जिन्होंने अपने संबोधन में पर्दे के पीछे के इन
खिलाड़ियों के नाम लेकर लोगों की याद्दाश्त ताजा कर दी कि हार्ट पेशेंट होने के बाद
भी सौभाग्य चंद मालू ने इस मैदान के लिए अपने स्वास्थ्य तक की परवाह नहीं की थी।
मीडिया से दूर रहे प्रभारी मंत्री
उद्घाटन के उपरांत जब नरेश दिवाकर द्वारा सिंथेटिक मैदान के बारे में
विस्तार से मीडिया को बताया जा रहा था, तभी मीडिया ने
प्रभारी मंत्री नाना भाऊ से भी कुछ कहने का आग्रह किया तो वे मुस्कुराते हुए आगे
बढ़ गए। बाद में जब दुबारा मीडिया ने उन्हें घेरा तो उन्होने लगभग खीजते हुए कहा कि
क्या कहना है बताओ?
हॉकी जगत की सबसे बड़ी कमी आज पूरी हो गई है। यह उपलब्धि निश्चित तौर पर
नरेश दिवाकर के खाते में ही जाएगी। सिवनी को हॉकी का बेहतरीन मैदान तो मिल गया है
पर अब जरूरत काबिल खिलाड़ियों को चुनकर उन्हें तराशने की है।
अजय सूर्यवंशी, पूर्व कप्तान, हॉकी, शासकीय
स्नातकोत्तर महाविद्यालय सिवनी,
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