भाजपा या निर्दलीय
के खिलाफ बोलने से क्यों बच रहे बर्रा हवेली के नए सरदार!
शिवराज चौहान के
इलेक्शन एजेंट बने सीईओ जनपद पंचायत धनौरा, प्रियंका दास ने दिए थे निर्देश!
(अय्यूब कुरैशी)
सिवनी (साई)।
केवलारी विधानसभा क्षेत्र पर लगभग दो दशकों तक राज करने वाले बर्रा दरबार के नए
सरदार भी पूर्ववर्ती सरदार की ही तर्ज पर प्रमुख विपक्षी दल भाजपा के खिलाफ बोलने
से गुरेज ही कर रहे हैं। ममला चाहे लखनादौन नगर परिषद् द्वारा आधी रात तक कानफाडू
डीजे बजाने का हो,
या भाजपा के अनाचार का, हर मामले में बर्रा दरबार के नए सरदार ने
मौन ही साधे रखा है।
ज्ञातव्य है कि कुछ
दिन पूर्व लखनादौन में नगर परिषद् द्वारा अपने अध्यक्ष के एक वर्ष के कार्यकाल
पूरा करने पर मुंबई के कुछ कलाकारों के साथ नागपुर तथा मुंबई की बार बालाओं को
नचवाया गया था। इसमें माननीय सर्वोच्च न्यायालय के निर्देशों की सरेआम धज्जियां
उड़ा दी गईं, पर
कांग्रेस के महामंत्री रजनीश सिंह ने मौन ही साधे रखा।
सीएम के इलेक्शन
एजेंट बने सीईओ धनौरा
मुख्यमंत्री के 29 सितंबर को संपन्न
हुए जन अशीर्वाद यात्रा के कार्यक्रम में भीड़ जुटाने के लिए जनपद पंचायत धनौरा के
मुख्य कार्यपालन अधिकारी द्वारा शासकीय स्तर पर पत्र लिखकर सरपंच सचिव को ताकीद
किया गया था। 27 सितम्बर
को सीईओ के हस्ताक्षरों से जारी पत्र क्रमांक 967 / पंचा.सचिव, स्था / ज.प. / 2013 में जनपद पंचायत
धनौरा के सरपंच सचिवों को कहा गया है कि रविवार 29 सितम्बर को
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की जन आर्शीवाद यात्रा सिवनी जिले के विधानसभा
क्षेत्र लखनादौन के ग्राम आदेगांव में सुबह 11 बजे एवं विधानसभा क्षेत्र केवलारी के ग्राम
केवलारी में दोपहर एक बजकर तीस मिनिट पर होना सुनिश्चित हुआ है।
पत्र में आगे समस्त
सचिव और सरपंचों को सीईओ जनपद पंचायत धनौरा की ओर से निर्देशित किया गया है कि हर
सरपंच और सचिव अपनी अपनी ग्राम पंचायत से 150 - 150 ग्रामीण एवं जनप्रतिनिधियों को
निर्धारित दिनांक अर्थात 29 सितम्बर को समय पर वाहन सुविधा बनाते हुए अपनी ग्राम पंचायत
की संबंधित विधानसभा क्षेत्र में आयोजित जन आर्शीवाद सभा में लेकर स्वयं भी
उपस्थित होना सुनिश्चित करते हुए उपस्थित जनप्रतिनिधि एवं ग्रामीणों की जानकारी इस
कार्यालय (सीईओ जनपद पंचायत धनौरा) को अवगत कराना सुनिश्चित करें।
इस पत्र की
प्रतिलिपि जिला कलेक्टर, सीईओ जिला पंचायत, एसडीएम घंसौर सहित समन्वयक अधिकारी जनपद
पंचायत धनौरा को भेजी गई है। समन्वयक अधिकारी को यह भी निर्देशित किया गया है कि
वे अपने अपने पंचायत सेक्टर की प्रत्येक ग्राम पंचायत के सरपंच और सचिव को कम से
कम 150 - 150 ग्रामीण
एवं जनप्रतिनिधियों को संबंधित पंचायत क्षेत्र की विधानसभा क्षेत्र में आयोजित जन
आर्शीवाद यात्रा स्थल पर निर्धारित तिथि एवं समय पर लेकर उपस्थिति कराना सुनिश्चित
करते हुए सीईओ जनपद के कार्यालय को अवगत कराना सुनिश्चित करें। पत्र में सीईओ जनपद
पंचायत धनौरा द्वारा समन्वयक अधिकारी को यह भी निर्देश दिया गया है कि यह उनकी
व्यक्तिगत जवाबदेही होगी।
प्रियंका दास ने
दिए थे निर्देश!
इस आशय के निर्देश
जिला पंचायत की मुख्य कार्यपालन अधिकारी प्रियंका दास द्वारा दिए गए हैं। इस आशय
की पुष्टि जनपद पंचायत धनौरा के मुख्य कार्यपालन अधिकारी के उक्त पत्र से हो रही
है। इस पत्र में संदर्भ के स्थान पर अंकित किया गया है कि मुख्य कार्यपालन अधिकारी
जिला पंचायत सिवनी द्वारा दूरभाष पर दिए गए निर्देश दिनांक 17 सितम्बर। इससे साफ
है कि 27 सितम्बर
को जिला पंचायत की मुख्य कार्यपालन अधिकारी प्रियंका दास द्वारा सीईओ जनपद पंचायत
धनौरा को इस आशय के निर्देश जारी किए गए थे कि वे यह व्यवस्था सुनिश्चित करें कि
उनके अधिकार क्षेत्र में हर ग्राम पंचायत से 150 लोग सीएम के
प्रोग्राम में शिरकत करें।
रजनीश का मौन
आश्चर्यजनक!
इस मामले में
केवलारी विधानसभा क्षेत्र के अनेक ग्रामों से भी भीड़ एकत्र की गई है। इस मामले में
केवलारी विधानसभा क्षेत्र के कांग्रेस के संभावित प्रत्याशी रजनीश सिंह ठाकुर अभी
तक मौन साधे हुए हैं। कहा जा रहा है कि अगर रजनीश सिंह केवलारी विधानसभा क्षेत्र
से किस्मत आजमाने का विचार रख रहे हैं तो उन्हें कम से कम केवलारी विधानसभा
क्षेत्र में भाजपा की गलत बातों का विरोध करने का माद्दा रखना होगा। वैसे वे जिला
कांग्रेस के महामंत्री हैं, इस नाते उन्हें सिवनी जिले के बारे में भी
चिंता करना ही होगा। वस्तुतः इससे उलट, क्षेत्र और जिले में रजनीश सिंह ठाकुर की यह
छवि बनती जा रही है कि वे अपने पिता हरवंश सिंह ठाकुर की तरह ही मनराखनलाल बनते जा
रहे हैं। वे भाजपा या निर्दलीय प्रत्याशियों की गलत नीतियों का विरोध करने का साहस
भी नहीं जुटा पा रहे हैं।
कांग्रेस में पसरा
सन्नाटा!
सिवनी जिले में
धनौरा जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी द्वारा शिवराज सिंह चौहान के
इलेक्शन एजेंट की तरह काम किया जा रहा है, और विपक्ष में बैठी कांग्रेस अभी तक अपना
मुंह सिले बैठी है। महज पांच दिन बाद सिवनी में कांग्रेस के आला नेताओं का आगमन
होने जा रहा है, और
कांग्रेस के विज्ञप्तिवीर भोंपू अभी भी शांत ही हैं। कांग्रेस के नेताओं ने इस
संबंध में भी कोई विज्ञप्ति जारी करना मुनासिब नहीं समझा है। मजे की बात तो यह है
कि कांग्रेस द्वारा केंद्रीय मंत्रियों और संगठन के आला नेताओं के आगमन की
तैयारियों पर भी कोई विज्ञप्ति जारी नहीं की गई है।
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