लगातार हो रही आगजनी से किसान भयभीत
बिजली विभाग की लापरवाही, किसानों ने विद्युत विभाग पर लगाये आरोप
(अरूण चंद्रौल)
केवलारी (साई)। क्षेत्र मंे एक के बाद एक लगातार घटित हो रहीं आगजनी
की घटनाओं से क्षेत्र के किसान भयभीत हो गये हैं। गौरतलब है कि अभी कुछ दिनांे
पूर्व ही समीपस्थ ग्राम लालोपार टोला में भी लगभग 20 एकड़ गेहूं की खड़ी फसल में बिजली
के खंबे की स्पार्किंग से खेत में आग लग गई और देखते ही देखते पूरी फसल जलकर राख
हो गयी।
इस घटना से किसानो के आंसू रोके नहीं रूक रहे थे। ज्ञातव्य है कि
अन्नदाता कहलाने वाला किसान प्राकृतिक आपदाआंे से वैसे भी परेशान ही है। किसानों
द्वारा विद्युत मंडल पर सीधा आरोप लगाते हुए कहा गया है कि चूंकि यहां से गई लाइन
के तार अत्यंत ही ज्यादा झूल रहे हैं और यही कारण था कि विद्युत विभाग को फसल आने
बाद जानकारी दी गयी की खेत मे लगे खंबों की लाइन को पूर्णतः बंद कर दिया जाए ताकि
झूलते तारों से कोई घटना न घटित हो सके।
इसके बाद भी विद्युत विभाग द्वारा झूलते तारों को दुरूस्त किया जाना
तो दूर उनमें जारी विद्युत के प्रवाह को भी बंद नहीं किया गया, जिसके चलते खंबांे के तारों से
स्पार्किंग होकर किसानांे की फसलांे पर आग लग रही है। विद्युत विभाग के ऐसे
गैरजिम्मेदाराना रवैये के चलते किसान अपनी फसल का उत्पादन आखिर कैसे ले पायगा?
ज्ञातव्य है कि केवलारी विकासखंड के अंतर्गत ग्राम पंचायत ग्वारी (देहवानी)
के किसान झामसिंह, ओमकार किरार की छः एकड़ में लगी गेहूं की फसल एवं छोटी बाई, धनराजराजपूत खैररांजी की दो एकड़
में लगी गेहूं की फसल भी जलकर खाक हो गई। किसानो ने बताया कि जिस वक्त कटाई चल रही
थी उसी दौरान अचानक आग लगने से उनकी फसल जल कर खाक हो गयी।
इसी तरह नगर के समीपस्थ स्थित बीटीआई के पीछे के खेतों पर बिजली के
खंबे की स्पार्किंग से आग लग गई। बताया जाता है कि जैसे ही आग लगी वैसे ही आस-पास
के किसान एकत्रित होकर आग को काबू करने में लग गए। इसी के साथ ही तत्काल किसानों
के द्वारा फायर ब्रिगेड एवं अन्य अधिकारियों को सूचना दी गई। बताया गया है कि जब
तक मौके पर फायरब्रिगेड पहुंचती तब तक क्षेत्र के किसानांे ने मिलकर जैसे तैसे आग
पर काबू पाया।
मजे की बात तो यह है कि आग बुझने के बाद फायरब्रिगेड पहुंची, जिसके द्वारा बुझ चुकी आग पर पानी
डाला गया। किसान अरूण चौरसिया ने बताया कि किसानों के द्वारा आज लाखों की फसल खाक
होने से बचा लिया गया है।
उल्लेखनीय होगा कि केवलारी विधानसभा मुख्यालय होने के
बावजूद भी यहां पर फायरब्रिगेड नहीं है। इस क्षेत्र के समस्त किसानों ने जिला
कलेक्टर से अपेक्षा व्यक्त करते हुएा कहा है कि मुख्यालय में कम से कम एक फायर
ब्रिगेड वाहन का होना अति आवश्यक है, जिससे
लगातार हो रही आगजनी की घटनाआंे पर काबू पाया जा सके।
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