पूर्व राष्ट्रपति को नमन करने में दिलचस्पी नहीं एमपी के क्षत्रपों की
नई दिल्ली (ब्यूरो)। राष्ट्र के भाल पर सुशोभित होने वाले मध्य प्रदेश के प्रतीक पुरूष पूर्व राष्ट्रपति डॉ.शंकरदयाल शर्मा की पुण्य तिथि से सदा की भांति ही इस बार भी मध्य प्रदेश के क्षत्रपों ने किनारा ही किया। 27 दिसंबर को डॉ. शर्मा की पुण्य तिथि पर उनकी समाधि ‘कर्मभूमि‘ पर एमपी कोटे के सांसद मंत्रियों ने जाकरश्रृद्धा सुमन अर्पित करना मुनासिब नहीं समझा।
भारत गणराज्य के नवमें राष्ट्रपति डॉ. शर्मा की ग्यारवीं पुण्य तिथि पर कर्मभूमि पर आयोजित सर्वधर्म प्रार्थनासभा में उनकी पत्नि विमला शर्मा, पुत्र आशुतोष एवं महामहिम राष्ट्रपति श्रीमति प्रतिभा देवी सिंह पाटिल, उपराष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, मध्य प्रदेश के पिछड़ा वर्ग और अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री अजय विशनोई सहितअनेक आगंतुक उपस्थित हुए।
इस अवसर पर मध्य प्रदेश कोटे से केंद्रीय मंत्री कमल नाथ, कांति लाल भूरिया, अरूण यादव, ज्योतिरादित्यसिंधिया के अलावा वरिष्ठ नेता अर्जुन सिंह एवं मध्य प्रदेश के सांसदों आदि ने कर्मभूमि जाकर उन्हें श्रृद्धांजलीदेने का समय भी नहीं निकाला।
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