सरकारी जमीन सिब्बल के नाम!
ग्राम सभा की सरकारी जमीन छः साल बाद निकली सिब्बल के नाम
जमीन के मामले में जादूगर निकले सिब्बल के साहेब जादे
करोड़ों में बिक रहे सरकारी जमीन पर कटे प्लाट!
(लिमटी खरे)
नई दिल्ली। कांग्रेसनीत संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन सरकार के दूसरे कार्यकाल में ट्रबल शूटर (तारण हार) की भूमिका में उभरे केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री कपिल सिब्बल की मुश्किलें लगता है बढ़ने जा रही हैं। सूचना के अधिकार कानून के तहत निकली एक जानकारी यद्यपि अलिख सिब्बल के नाम पर है किन्तु यही जानकारी वजीरे आजम डॉक्टर मनमोहन सिंह के खासुलखास कपिल सिब्बल के गले की फांस बन सकती है, क्योंकि अखिल काई और नहीं कपिल सिब्बल के साहेब जादे जो ठहरे।
दक्षिण दिल्ली के वसंत बिहार क्षेत्र के अनुविभागीय अधिकारी राजस्व कार्यालय के सूत्रों ने बताया कि वर्ष 1998 - 1999 में राज्य सरकार द्वारा बसंत बिहार क्षेत्र के ग्राम रंगपुरी में ग्राम सभा के लिए एक हेक्टेयर से ज्यादा अर्थात लगभग साढ़े तीन एकड़ जमीन ली थी। राजस्व में दर्ज खसरा नंबर 1935 / 2 (3 - 16), 1936 (4 - 16) एवं 1937 / 2 (4 - 13) ली थी।
सूत्रों ने आगे कहा कि इसके छः साल बाद अर्थात 2005 में यही जमीन रहस्यमई तरीके से अखिल सिब्बल पुत्र कपिल सिब्बल के नाम पर दर्ज पाई गई। पहले ग्राम सभा और बाद में कपिल सिब्बल के नाम पर दर्ज इस बेशकीमती जमीन पर कालोनी बनाकर एक एक प्लाट को ही करोड़ों रूपयों में बेचा भी जा रहा है।
एक तरफ तो कपिल सिब्बल सरकारी लोकपाल की हिमायत करते नजर आते हैं वहीं उनके साहेब जादे द्वारा ग्राम सभा की सरकारी जमीन पर कालोनी काटकर बेचा जा रहा है। कहा तो यह भी जा रहा है कि कालोनी काटने की समस्त सरकारी औपचारिकताएं पूरी हैं। अब जमीन ही सरकार की हो तो औपचारिकताएं तो पूरी होनी ही हैं। रही बात मालिकाना हक की तो वह किस जादू की छड़ी से कपिल सिब्बल के साहेब जादे के नाम पर हो गया है यह शोध का विषय है।
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