मंगलवार, 30 अगस्त 2011

सामी के तीर से घायल हैं शिवराज

सामी के तीर से घायल हैं शिवराज

पीएमओ के पत्र पर साधी एमपी गर्वमेंट ने चुप्पी

(लिमटी खरे)

नई दिल्ली। कांग्रेस के महासचिव और मध्य प्रदेश के प्रभारी रहे प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) में राज्य मंत्री नारायण सामी के पत्र का जवाब न मिलने से पीएमओ की भवें मध्य प्रदेश सरकार के खिलाफ तिरछी होती जा रही हैं। सरकारी कर्मचारियों को संघ की शाखाओं में जाने की अनुमति के मामले में पीएमओ ने शिवराज सरकार को इस संबंध में एक पत्र लिखा है जिसका जवाब देना भी शिवराज सिंह ने उचित नहीं समझा है।

पीएमओ के उच्च पदस्थ सूत्रों का कहना है कि मध्य प्रदेश सरकार ने 2006 में एक आदेश जारी कर सरकारी कर्मचारियों को राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) की शाखाओं में जाने की अनुमति प्रदान कर दी थी। जब यह बात केंद्र सरकार के संज्ञान मं लाई गई तब प्रधानमंत्री कार्यालय ने इस पर कार्यवाही की।

वर्तमान में प्रधानमंत्री कार्यालय में पदस्थ राज्य मंत्री व्ही.नारायणसामी ने शिवराज सरकार को एक पत्र लिखा है जिसमें सरकारी कर्मचारियों को शाखा में जाने के मामले में आपत्ति दर्ज की गई है। सूत्रों ने बताया कि सामी ने इस फैसले को राजनैतिक तटस्था के सिद्धांत के प्रतिकूल माना है।

उधर शिवराज सिंह सरकार ने इस पत्र का जवाब देना ही मुनासिब नहीं समझा है। गौरतलब है कि नारायण सामी जो कि पहले कांग्रेस के लिए मध्य प्रदेश के प्रभारी महासचिव भी रहे हैं ने 2008 में विधानसभा चुनावों में डंपर कांड में शिवराज सिंह चौहान को घेरने के असफल प्रयास भी किए थे।

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