मंगलवार, 8 नवंबर 2011

वाकई बयानवीर हैं शिवराज!


वाकई बयानवीर हैं शिवराज!

विकास के मामले में निचली पायदान पर मध्य प्रदेश

(लिमटी खरे)

नई दिल्ली। मध्य प्रदेश के भाजपा उपाध्यक्ष रघुनंदन शर्मा के द्वारा मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को भले ही बयानवीर कहने पर पद से हाथ धोना पड़ा हो, पर दूसरे दिन का शर्मा का बयान सोलह टके सही बैठ रहा है। बकौल शर्मा उन्होंने गलत बात नहीं कही थी, बात थोड़ी तल्ख जरूर थी पर सच्चाई के साथ थी। देश का विकास सूचकांक शर्मा की बात का शत प्रतिशत समर्थन करता नजर आ रहा है।

पीएचडी चेंबर ऑफ कामर्स एण्ड इंडस्ट्रीज के एक प्रतिवेदन ने इस बात का खुलासा किया है। शिवराज सिंह चौहान का जनसंपर्क विभाग भले ही विज्ञापनों के माध्यम से मध्य प्रदेश को आत्मनिर्भर और विकसित राज्य निरूपित करे पर जमीनी सच्चाई इससे कहीं उलट है। मीडिया के माध्यम से बरास्ता विज्ञापन मध्य प्रदेश सरकार ने देश भर में अपनी पीठ थपथपाते हुए खुद को विकसित या विकासशील निरूपित करने में कोई कसर नहीं रख छोड़ी है।

इस प्रतिवेदन में शीर्ष स्थान दिल्ली ने पाया है, दिल्ली 65.15 अंक के साथ पहली, हरियाणा 53.61 के साथ दूसरी तो पंजाब 52.21 के साथ तीसरी पायदान पर है। चौथे मुकाम पर उत्तराखण्ड है जिसका विकास सूचकांक 45.19 है, तो इसके बाद नंबर आता है हिमाचल का जो 44.49 के साथ पांचवे स्थान पर है। छत्तीसगढ़ की रमन सिंह सरकार 44.13 के साथ छटवें तो जम्मू काश्मीर 42.55 के साथ सातवें स्थान पर है। इसके बाद उत्तर प्रदेश का नंबर आता है जो 42.54 तो उसके बाद राजस्थान 42.34 के साथ नौवें स्थान पर है। दसवें स्थान पर शिवराज सिंह चौहान हैं जिन्होंने 38.34 नंबर लिए हैं।

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