मंगलवार, 8 नवंबर 2011

सीएजी पर अंकुश लगाने की तैयारी का मन


बजट तक शायद चलें मनमोहन . . . 21

सीएजी पर अंकुश लगाने की तैयारी का मन

घोटालों की खबरें नहीं होंगी सार्वजनिक

(लिमटी खरे)

नई दिल्ली। चला चली की बेला में आ चुके वजीरे आजम डॉक्टर मनमोहन सिंह अब डैमेज कंट्रोल में जुट गए हैं। मनमोहन सिंह की मण्डली अब उनकी छवि को साफ सुथरा कर चमकाया जा रहा है ताकि अगर उन पर कांग्रेस अध्यक्ष श्रीमति सोनिया गांधी द्वारा वार किया जाए तो जनता की संवेदनाएं बटोरी जा सकें। मनमोहन सिंह अब पूरी तरह से चौकस होकर चलते दिख रहे हैं।

गौरतलब है कि संप्रग दो के कार्यकाल में मनमोहन सिंह सरकार पूरी तरह से घपले, घोटाले और भ्रष्टाचार में डूब गई है। कांग्रेस के सत्ता और शक्ति के शीर्ष केंद्र 10 जनपथ के सूत्रों का कहना है कि मनमोहन सरकार की छवि से परेशान सोनिया गांधी ने उनको बदलने पर आमदा है। इसके लिए वे माकूल वक्त का इंतजार कर रहीं हैं ताकि मनमोहन सिंह को भ्रष्टों का ईमानदार संरक्षक बताकर उनसे निजात पाई जाए और अपने पुत्र युवराज राहुल गांधी की वजीरेआजम पद पर ताजपोशी कर दी जाए।

पीएमओ के सूत्रों का कहना है कि सरकार इस वक्त नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक अर्थात सीएजी पर अंकुश लगाने का मन बना रही है। कैग के कारण मनमोहन को शर्मसार होना पड़ रहा है। कैग की रिपोर्ट के सार्वजनिक होते ही घपले घोटाले सामने आए और मनमोहन सिंह की छवि खराब हो गई। कैग अगर काबू में होगा तो मनमोहन को आगे शर्मिंदगी नहीं झेलनी होगी और फिर सोनिया गांधी को उन्हें हटाने के लिए दूसरा जतन करना होगा।

(क्रमशः जारी)

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