शनिवार, 26 नवंबर 2011

थप्पड़ ने दिया मनमोहन को एक नायाब मौका


बजट तक शायद चलें मनमोहन . . . 36

थप्पड़ ने दिया मनमोहन को एक नायाब मौका

अब सोनिया से फ्री हेण्ड की मांग कर सकते हैं मनमोहन

(लिमटी खरे)

नई दिल्ली। केंद्रीय कृषि मंत्री शरद पंवार को गुरूवार को दिल्ली में पड़ सार्वजनिक और झन्नाटेदार थप्पड़ से अब मनमोहन सिंह नई रणनीति बना सकते हैं। बेकाबू मंहगाई, घपले, घोटाले और भ्रष्टाचार के ईमानदार संरक्षक बन बैठे मनमोहन ंिसंह चाहें तो यह झन्नाटेदार थप्पड़ उनके लिए टर्निंग प्वाईंट बन सकता है। मनमोहन जुंडाली इसकी रणनीति बनाने में जुट गई है।

पीएमओ के सूत्रों का कहना है कि सत्ता और संगठन के बीच सब कुछ सामान्य नहीं है। मनमोहन सिंह और सोनिया के बीच खिची दुर्लभ्य खाई अब और गहरी होती जा रही हैै। एक तरफ सोनिया अपने पुत्र राहुल गांधी की ताजपोशी जल्द से जल्द चाह रहीं हैं तो दूसरी ओर सधे कदमों से मनमोहन सिंह सियासी कीचड़ इस कदर फैला रहे हैं कि राहुल के लिए ताजपोशी की राह कीचड़ से सन जाए।

सोनिया जुंडाली जब भी मनमोहन को हटाने का अभियान तेज करती है, उसके साथ ही मनमोहन सिंह अपने बचाव में मीडिया की शरण में जा पहुंचते हैं। इस साल के आरंभ में जब मनमोहन पर संकट के बादल छाए तब उन्होंने संपादकों की टोली को बुलाकर खुद को निरीह और बेबस बताकर गठबंधन धर्म को राष्ट्र धर्म के उपर रखने की अपनी मजबूरी को जाहिर कर परोक्ष तौर पर सोनिया को कटघरे में खड़ा कर दिया था।

सूत्रों का कहना है कि वजीरे आजम डॉ.मनमोहन सिंह को मशविरा दिया गया है कि वे अब मीडिया के सामने प्रत्यक्ष या परोक्ष तौर पर जाएं या खबर प्लांट करवाएं कि वे शरद पंवार को पड़े इस कनकनाते थप्पड़ के बाद भ्रष्टों की मश्कें कसने के लिए सोनिया गांधी से फ्री हेण्ड चाह रहे हैं। अगर उन्हें आजादी मिल गई तब वे अपनी छवि सुधार लेंगे और अगर नहीं मिली तो भद्द तो सोनिया की ही पिटनी है।

(क्रमशः जारी)

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