सबसे धनी मंदिर में चढ़ावे का रिकार्ड
(प्रीति श्रीवास्तव)
चेन्नई (साई)। तिरूमला की पर्वत श्रंखलाओं में विराजे भगवान व्यंकटेश का मंदिर धन के लिए सदा ही चर्चाओं में रहा है। भारत के सबसे अमीर मंदिरों में से एक तिरुमला में भगवान वेंकटेश्वर पर वर्ष 2011 में 1700 करोड़ रुपये से ज्यादा का चढ़ावा आया। इस दौरान वीआईपी समेत कुल 2.2 करोड़ श्रद्धालु तिरुपति के दर्शन के लिए आए।
करीब 2,000 साल पुराने मंदिर का प्रबंधन करने वाले तिरुमला तिरुपति देवस्थानम के अधिकारियों ने कहा कि मंदिर की हुंडी में 1100 करोड़ रुपये का चढ़ावा चढ़ा और राष्ट्रीयकृत बैंकों में जमा धन, सोना समेत अन्य निवेशों पर आय और दर्शन आदि के लिए टिकटों की बिक्री से 200 करोड़ रुपये से ज्यादा की आय हुई। इसके अलावा दर्शनार्थियों ने कई करोड़ रुपये के हीरे, सोने और चांदी के जेवरात का भी चढ़ावा आया।
राष्ट्राध्यक्षों ने किए देव दर्शन
इस साल जो अतिविशिष्ट व्यक्ति दर्शन के लिए मंदिर गए उनमें भारत, श्रीलंका और नेपाल के राष्ट्रपति भी शामिल हैं। राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल सात जुलाई को अपनी शादी की वर्षगांठ पर अपने पति देवीसिंह रामसिंह शेखावत और परिवार के अन्य सदस्यों के साथ मंदिर दर्शन के लिए गईं। पूजा के बाद उन्होंने मंदिर न्याय द्वारा तिरुमला पहाड़ियों पर 33 करोड़ रुपये की लागत से बनाए गए मुफ्त भोजन परिसर का उद्घाटन किया। श्रीलंका के राष्ट्रपति महिंदा राजपक्षे ने भारत और श्रीलंका के बीच होने वाले आईसीसी वर्ल्ड कप के फाइनल मैच से एक दिन पहले 2 अप्रैल को भगवान वेंकटेश्वर के दर्शन किए। इधर नेपाल के राष्ट्रपति राम बरन यादव 30 जनवरी को भगवान के दर्शन के लिए मंदिर आए थे।
देश के अतिविशिष्ट व्यक्तियों ने भी तिरूपति की ओर रूख किया है। बीजेपी अध्यक्ष नितिन गडकरी, गवर्नरों में बी. एल जोशी (उत्तर प्रदेश), शिवराज पाटिल (पंजाब), एम. के नारायणन (वेस्ट बंगाल) आदि ने बालाजी के दर्शन के लिए पहुंचे। इनके अलावा कई राज्यों के मुख्यमंत्री भी पहुंचे। किंगफिशर के मालिक विजय माल्या, फिल्म स्टार रजनीकांत समेत कई वीवीआईपी ने भगवान बालाजी के दर्शन किए।
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