शुक्रवार, 6 जनवरी 2012

अभी भी मुर्दे गिनने में लगे हुए हैं हरवंश सिंह: भोजराज


अभी भी मुर्दे गिनने में लगे हुए हैं हरवंश सिंह: भोजराज



(अखिलेश दुबे)

सिवनी (साई)। नागपुर रोड में गड्ढों के कारण हुई दुर्घटना के कारण जितनी भी जाने गयी हैं उसके लिये कमलनाथ के साथ साथ हरवंश सिंह भी बराबर के दोषी हैं और वे अभी भी मुर्दे गिनने में लगे हुए हैं. इस रोड का सुदृढ़ीकरण जल्द से जल्द हो इसके लिये कोई प्रयास नहीं किया जा रहा है. जबकि प्रोजेक्ट डायरेक्टर एस.के. सिंघई एन.एच.ए.आई. के चीफ जनरल मेनेजर को आगाह कर चुके हैं कि यह मार्ग यातायात के लायक बचा ही नहीं है इसके पुल पुलिया भी जर्जर हो चुके हैं. इस आशय की बात जनमंच के सदस्य श्री भोजराज मदने द्वारा एक स्थानीय समाचार पत्र से चर्चा के दौरान कही गयी है.
श्री मदने ने कहा कि दिनांक 01 मई 2010 को विस उपाध्यक्ष श्री हरवंश सिंह ने केन्द्रीय मंत्री कमलनाथ को एक पत्र लिखा था जिसका मजमून यह था कि लखनादौन-खवासा फोरलेन मार्ग का विस्तार हो रहा है उस विस्तारित मार्ग का लगभग 90 प्रतिशत कार्य पूर्ण हो चुका है. इसमें जिला मुख्यालय समेत कई बड़े नगर व कस्बों को बायपास किया गया है. जिनमें से लखनादौन, गणेशगंज, छपारा, बंडोल, सिवनी, गोपालगंज प्रमुख हैं. इन बायपास से शहर के अंदर जाने वाले पुराने मार्गों की हालत अत्यंत जर्जर एवं खराब है. पत्र के अंत में हरवंश सिंह ने निवेदन किया था कि इन नगरों के अंदर जाने वाले जो कि पूर्व से ही एन.एच.-7 है को सुदृढ़ीकरण कर सुगम यातायात (स्मूथ राइडिंग सरफेस) बनाये जाने हेतु निर्देशित करें.
श्री मदने ने कहा कि हरवंश सिंह के उक्त पत्र के कारण ही आज तक सिवनी से खवासा तक की सड़क जर्जर हालात में है और लोगों की जाने जा रही हैं. अगर हरवंश सिंह पहले से ही जिले के अंदर खवासा से लेकर लखनादौन तक की पुरानी जीएन रोड जो कि अभी भी एनएच है को सुधारे जाने हेतु जोर दिया होता तो पूरा काम एकसाथ होता किन्तु उन्होंने अपने पत्र में मात्र लखनादौन, गणेशगंज, छपारा, बंडोल, सिवनी, गोपालगंज तक के मार्ग के सुदृढ़ीकरण की मांग की जिसके कारण आज तक खवासा तक की सड़क जर्जर हालत में है और वहाँ आये दिन दुर्घटनाएं हो रही हैं. लोगों की जाने जा रही है, एम्बुलैंस समय पर न पहुँच पाने के कारण लोग मर रहे हैं स्थिति यहाँ तक है कि डिलेवरी का कोई ट्रिपिकल केस आता है तो सिवनी के डाँक्टर नागपुर रिफर कर देते हैं और समय पर एम्बुलेंस वाला प्रसूता को नागपुर नहीं पहुँचा पाता और एम्बुलैंस वह तेज इसीलिये नहीं चला पाता क्योंकि गढ्ढों के डर से प्रसूता कहीं कोई दिक्कत न आ जाये. श्री मदने ने कहा कि ऐसा ही एक वाक्या हुआ था जब प्रसूता को चिकित्सकों द्वारा नागपुर रिफर किया गया और वह रास्ते में थी और उसे तेज दर्द हुआ और एंबुलेंस में ही बड़ी मुश्किल से उसकी डिलेवरी हुई.
श्री मदने ने कहा कि सड़क की जर्जर हालत को देखते हुए प्रोजेक्ट डायरेक्टर एस.के. सिंघई द्वारा दिनांक 30 अगस्त 2011 को ही एनएचएआई के चीफ जनरल मेनेजर को आगाह करते हुए एक पत्र जिसका क्रमांक एनएचएआई/पीआईयू/एनएआर/अतिरिक्त कार्य/2011/8424 है लिखा गया था. पत्र में कहा गया था कि सड़क भारी बारिश और यातायात के कारण अत्यंत जीर्ण शीर्ण अवस्था में आ चुकी मोहगाँव से आगे नागपुर तक की रोड यातायात के योग्य नहीं है. विशेषतौर से वह रोड जो कुरई घाटि के जंगलों के किनारे से गुजरती है के रखरखाव की कमी के कारण अब यातायात के लायक ही नहीं बची है. इस रोड पर बने सभी पुल और पुलिया बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हैं. अतः सिवनी कलेक्टर ने भी रोड के रख रखाव और वाहनों के यातायात को सुगम बनाने के लिये निर्देशित किया है.
श्री मदने ने कहा कि प्रोजेक्ट डायरेक्टर एस.के. सिंघई द्वारा अपने पत्र में अलोनिया स्थिति टोल प्लाजे के बारे में अपनी टिप्पणी देते हुए यह भी लिखा है कि टोल प्लाजा में वाहनों से शुल्क वसूलने के मामले में भी सिवनी जिले के लोग नाराज हैं. और वे लगातार यह मांग कर रहे हैं कि सिवनी से खवासा के बीच खस्ताहाल सड़क को तत्काल ही सुधारा जाये.
श्री मदने ने कहा कि हरवंश सिंह न फोरलेन ला पा रहे हैं न ही पुरानी सड़क को सुधरवा पा रहे हैं और तो और हरवंश सिंह की ही वजह से लोगों से सिवनी से छपारा जान का 100 रूपये देना पड़ रहा है जो कि किसी भी दृष्टि से उचित नहीं है.

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