खरबों के शेयर बेचेगी सरकार
(शरद खरे)
नई दिल्ली (साई)। सरकार ने तेल और प्राकृतिक गैस निगम - ओएनजीसी में अपने पांच प्रतिशत शेयर बेचने का फैसला किया है। पहली मार्च को होने वाली इस कंपनी के शेयरों की बिक्री से सरकार को करीब एक खरब बीस अरब रूपये मिलेंगे। कल नई दिल्ली में वित्त मंत्री प्रणब मुखर्जी की अध्यक्षता में अधिकार प्राप्त मंत्री समूह की बैठक के बाद पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्री जयपाल रेड्डी ने यह जानकारी दी।
उन्होंने कहा कि ओएनजीसी में सरकार की ७४ दशमलव एक चार प्रतिशत हिस्सेदारी है और पांच प्रतिशत इक्विटी यानी ४२ करोड ७७ लाख ७० हजार शेयरों की बिक्री का प्रस्ताव है।श्री रेड्डी ने कहा कि ईरान से कच्चे तेल की खरीद के मुद्दे पर भारत किसी बाहरी दबाव का सामना नहीं कर रहा है।
ईरान के साथ भारत के दोस्ताना संबंध हैं और वहां से तेल का आयात जारी रहेगा।ईरान के विवादास्पद परमाणु कार्यक्रम के मुद्दे पर पश्चिमी देशों और ईरान के बीच हाल में तनाव के बाद अंतर्राष्ट्रीय बाजार में तेल की कीमतें बढ़ गई हैं। वित्तमंत्री प्रणब मुखर्जी ने कहा कि कच्चे तेल की कीमतों में वृद्धि चिन्ता का कारण है, लेकिन अभी यह कहना जल्दबाजी होगी कि देश की अर्थव्यवस्था पर इसका क्या असर होगा।
उधर, वित्तमंत्री प्रणब मुखर्जी ने कहा है कि कच्चे तेल की कीमतों में बढोतरी चिंता का विषय है। श्री मुखर्जी ने आज नई दिल्ली में कहा कि अभी यह कहना तो जल्दबाजी होगी कि इस बढोतरी का अर्थव्यवस्था पर क्या असर पड़ेगा। ईरान के विवादास्पद परमाणु कार्यक्रम को लेकर ईरान और पश्चिमी देशों में तनाव के बाद अंतर्राष्ट्रीय बाजार में हाल ही में कच्चे तेल की कीमतों में उछाल आया है। इस बीच, पेट्रोलियम मंत्री एस जयपाल रेड्डी ने कहा है कि भारत पर ईरान से कच्चा तेल खरीदने के बारे में किसी तरह का बाहरी दबाव नहीं है।
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