रविवार, 5 अगस्त 2012

सूखे का आंकलन के लिए बुधवार को होगी बैठक


सूखे का आंकलन के लिए बुधवार को होगी बैठक

(प्रियंका श्रीवास्तव)

नई दिल्ली (साई)। सूखे की स्थिति का जायजा लेने के लिए, केंद्रीय कृषि मंत्री शरद पवार की अध्यक्षता में बनाए गए, अधिकार प्राप्त मंत्री समूह की बैठक बुधवार को होगी। इस बैठक मे, मॉनूसन की कम वर्षा से निपटने के उपायों पर फैसला किया जाएगा। मंत्री समूह में शामिल श्री पवार और ग्रामीण विकास मंत्री जयराम रमेष ने सूखे जैसी स्थिति का सामना कर रहे चार राज्यों - कर्नाटक, महाराष्ट्र, गुजरात और राजस्थान- का दौरा किया है।
इस दौरे के बाद यह बैठक बुलाई गई है। इन राज्यों में सूखे के कारण खरीफ की फसलों, चारे और पानी की आपूर्ति पर बुरा असर पड़ा है। श्री पवार, वर्षा की कमी के असर का आकलन करने के लिए फिलहाल महाराष्ट्र के षोलापुर, सतारा और पुणे जैसे भीतरी इलाकों का दौरा कर रहे हैं।
ज्ञातव्य है कि मंत्री समूह की यह दूसरी बैठक होगी। पहली बैठक ३१ जुलाई को हुई थी। उसमें सूखे जैसी स्थिति का सामना कर रहे राज्यों को करीब २० अरब रूपये के राहत पैकेज सहित विभिन्न उपायों की घोषणा की गई थी। खरीफ की फसल को बचाने के लिए किसानों को डीजल की खरीद पर ५० प्रतिषत सब्सिडी देने की घोषणा भी की गई।
मौसम विभाग ने इस वर्ष सूखे जैसी स्थिति की आषंका प्रकट की है। मॉनसून की वर्षा ९० प्रतिषत से कम रहने का अनुमान है। अब तक मॉनसून की वर्षा में २० प्रतिषत कमी दर्ज की गई है। कम वर्षा के कारण खरीफ की फसलों की बुआई में भी १० प्रतिषत कमी आई है। पिछले वर्ष के ८ करोड़ २७ लाख ६० हजार हेक्टेयर की तुलना म,ें इस वर्ष, पिछले षुक्रवार तक सात करोड़ ४८ लाख ८० हजार हेक्टेयर क्षेत्र में खरीफ फसलों की बुआई हुई है।

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