सरेआम बिजली चोरी!
विद्युत मण्डल ने रफा दफा कि
या मामला!
(अखिलेश दुबे)
सिवनी (साई)। आज
अपरान्ह लगभग दो बजे यातायात पुलिस द्वारा अत्याधुनिक स्पीड ब्रकर्स को सड़कों पर
ठोकने की कवायद में सर्किट हाउस के मेन के गेट के सामने मुख्य मार्ग पर ही तार
बिछाकर की जा रही बिजली चोरी की शिकायत मध्य प्रदेश विद्युत मण्डल के विजलेंस और टाउन
के कार्यपालन यंत्री को करने के बाद मौके पर पहुंचे सहायक यंत्री शहर श्री राउत ने
मामले को रफा दफा कर दिया।
प्रत्यक्षदर्शियों
ने समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया को बताया कि आज सर्किट हाउस चौराहे से कलेक्टर निवास
को जाने वाले मार्ग पर यातायात पुलिस द्वारा प्लास्टिक के स्पीड ब्रेकर ठोंकने का
काम चल रहा था। इस काम में सड़क में गड्ढा करने की गरज से ड्रिल मशीन को सीधे सीधे
चौराहे के खंबों से होकर गुजरने वाले बिजली
के तारों से जोड़कर बिजली चोरी की जा रही थी।
इस संबंध में जब
दैनिक हिन्द गजट ने कार्यपालन यंत्री शहर श्री शिववंशी से संपर्क किया गया तो
उन्होंने तत्काल सहायक यंत्री को मौके पर भेजने और सहायक यंत्री के मौके पर
पहुंचने की बात कही। उन्होंने कहा कि सहायक यंत्री ने उन्हें बताया कि दस पांच
मिनिट के लिए लाईन से तार जोड़ दिए गए हैं, कोई खास बात नहीं है।
जब उनसे यह प्रश्न
किया गया कि क्या आम नागरिक भी दस पांच मिनिट को सीधे लाईन से तार जोड़ ले तो क्या
एमपीईबी इसी तरह का रवैया अपनाएगी,? के प्रश्न पर उन्होंने कहा कि वे सहायक
यंत्री से इस मामले का प्रकरण कायम करने का निर्देश दे रहे हैं।
इसके उपरांत जब इस
संबंध में विजलेंस के कार्यपालन यंत्री श्री नागवंशी से संपर्क किया गया तो
उन्होंने कहा कि वे अभी फील्ड में हैं और इस मामले में वे अपना स्टाफ तत्काल भेज
रहे हैं। जब उनसे श्री शिववंशी के साथ हुए वार्तालाप के बारे में बताकर पूछा गया
कि क्या यह नियमानुसार है? इसके जवाब में श्री नागवंशी ने कहा कि पता नहीं कैसे अधिकारी
कोई खास बात नहीं है? बता रहे हैं? इन
पंक्तियों के लिखे जाने तक विजलेंस विभाग ने भी इस संबंध में कोई कार्यवाही
नहीं की है।
इस संबंध में जब
सहायक यंत्री श्री राउत से संपर्क किया गया तो उन्होंने बताया कि वे जब मौके पर
पहुंचे तब तक वहां काम करने वाले लोगों ने तार बिजली के खंबे से निकाल लिए थे। उस
समय काम सर्किट हाउस से लाईन लेकर चल रहा था। जब उनसे यह पूछा गया कि क्या सर्किट
हाउस से लाईन लेकर काम करना विधि संगत है? इसके जवाब में उनका कहना था कि जो बिजली की
खपत होगी वह मीटर में आएगी? हम बिल वसूल लेंगे?
जब श्री राउत से यह
पूछा गया कि अगर हम अपने घर या व्यवसायिक प्रतिष्ठान से किसी अन्य को व्यवसायिक या
निजी प्रयोजन के लिए बिजली प्रदाय करेंगे तो यह वैध है या अवैध? इस पर उनका जवाब था
यह अवैध होगा? जब श्री
राउत से पूछा गया कि यह अवैध है तो सर्किट हाउस से बिजली लेने पर कार्यवाही क्यों
नहीं की गई? इस पर श्री
राउत ने कहा कि सरकारी विभाग है सब चलता है?
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