बुधवार, 3 जुलाई 2013

कमल नाथ के स्वागत में नदारत रहे हुकुम!

कमल नाथ के स्वागत में नदारत रहे हुकुम!

(अखिलेश दुबे)

सिवनी (साई)। केंद्रीय मंत्री कमल नाथ के समक्ष कांग्रेस की रीति नीति से प्रभावित होकर कांग्रेस की सदस्यता लेने वाले जिला पंचायत के पूर्व उपाध्यक्ष कुंवर शक्ति सिंह का कमल नाथ के आगमन पर गायब रहना लोगों के लिए शोध का विषय बन चुका है। 13 जून को कमल नाथ के सिवनी आगमन पर ना हुकुम दिखे, ना उनके बेनर पोस्टर्स और ना ही मीडिया में ही कहीं उनकी चर्चा।
कांग्रेस के उच्च पदस्थ सूत्रों ने समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया को बताया कि जिला पंचायत के पूर्व उपाध्यक्ष कुंवर शक्ति सिंह ने घंसौर में ही 2008 में केंद्रीय मंत्री कमल नाथ के समक्ष कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण की थी। इसके उपरांत वे कमल नाथ के अनुयायी माने जाने लगे थे।
बताया जाता है कि इसी बीच उस समय के जिले के कांग्रेस के सत्ता और शक्ति के शीर्ष केंद्र बने हरवंश सिंह ठाकुर से उनका गहरा नाता हो गया था, जिसके चलते जिला पंचायत के पूर्व उपाध्यक्ष कुंवर शक्ति सिंह ने अपनी निष्ठा हरवंश सिंह के प्रति जतानी आरंभ कर दी थी।
बताया जाता है कि पिछले कुछ समय से हरवंश सिंह भी जिला पंचायत के पूर्व उपाध्यक्ष कुंवर शक्ति सिंह की कारगुजारियों से नाराज थे। संभवतः यही कारण है कि कुंवर शक्ति सिंह का बर्रा दरबार से पत्ता ही साफ हो गया था। वहीं कांग्रेस के अंदर यह भी चर्चा चल रही है कि जिला पंचायत के पूर्व उपाध्यक्ष कुंवर शक्ति सिंह अब यह भी कह रहे हैं कि हरवंश सिंह ने उनसे कहा था कि अगर वे (हरवंश सिंह) लोकसभा चुनाव लड़ते हैं तो हुकुम अपनी केवलारी से तैयारी रखें। इन बातों में कितनी सच्चाई है इस बारे में वे ही जानते होंगे।
बहरहाल जब 13 जून को कमल नाथ का सिवनी आगमन हुआ तब जिला पंचायत के पूर्व उपाध्यक्ष कुंवर शक्ति सिंह के समर्थक, बेनर पोस्टर्स सहित वे मीडिया से भी गायब रहे। कमल नाथ के आगमन के उपरांत मीडिया में हुकुम की केवलारी से सशक्त दावेदारी की खबरें अवश्य ही आम हो गईं।
एक कांग्रेस के नेता ने नाम उजागर ना करने की शर्त पर साई न्यूज से कहा कि जिला पंचायत के पूर्व उपाध्यक्ष कुंवर शक्ति सिंह इतने बड़े नेता तो हैं नहीं कि उनके पक्ष में इस तरह की खबरों से मीडिया पट जाए। जाहिर है यह उनका ही अपना प्रयास होगा। वे चाहते तो कमल नाथ के आगमन के दौरान भी उनके स्वागत में कम से कम अपने मुठ्ठी भर समर्थकों को तो भेज ही सकते थे, वस्तुतः ऐसा हुआ नहीं।
पिछले दिनों कमल नाथ के एक कट्टर समर्थक के साथ सार्वजनिक तौर पर हुकुम ने डेढ़ घंटे चर्चा की तो इस बात का कयास लगाया जाने लगा है कि एक बार फिर कमल नाथ के समक्ष कांग्रेस की सदस्यता लेने के उपरांत कमल नाथ को ही भूलने वाले जिला पंचायत के पूर्व उपाध्यक्ष कुंवर शक्ति सिंह अब फिर से कमल नाथ केंप में एंट्री की संभावनाएं तलाश कर रहे हैं।

(क्रमशः जारी)

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