आखिर केवलारी से क्यों बना रहे हुकुम
दबाव्
(अखिलेश दुबे)
सिवनी (साई)। कभी सिवनी के कद्दावर नेता
ठाकुर हरवंश सिंह की परछाईं समझे जाने वाले जिला पंचायत के पूर्व उपाध्यक्ष कुंवर
शक्ति सिंह आखिर उनके पुत्र रजनीश सिंह की राह का रोढ़ा क्यों बन रहे हैं? यह बात जिले के कांग्रेस के नेताओं के
जेहन में इन दिनों तेजी से उभर रही है।
ज्ञातव्य है कि पिछले दिनों अपने
मित्रों और परिचितों में हुकुम के नाम से मशहूर जिला पंचायत के पूर्व उपाध्यक्ष
कुंवर शक्ति सिंह की केवलारी विधानसभा से अपनी पुरजोर उम्मीदवारी की खबरें मीडिया
में प्रचारित हुईं हैं। ये खबरें प्रायोजित थीं, या वास्तविक इसकी समीक्षा भी कांग्रेस
के अंदर आरंभ हो चुकी है।
बताया जाता है कि मीडिया में
अतिसंवेदनशील प्रचारित होने वाले जिला पंचायत के पूर्व उपाध्यक्ष कुंवर शक्ति सिंह
घंसौर की गुड़िया के मामले में भी मौन ही रहे थे। उस वक्त वे अपना मौन व्रत तोड़कर
घंसौर वापस आ चुके थे। गुड़िया के मामले में जिला पंचायत के पूर्व उपाध्यक्ष कुंवर
शक्ति सिंह के मौन रहने का कारण मेसर्स झाबुआ पावर लिमिटेड के प्रबंधन के प्रति
उनका गहरा अनुराग ही बताया जा रहा है।
कांग्रेस के उच्च पदस्थ सूत्रों का कहना
है कि विधानसभा चुनावों में दावेदारी करने वालों की फेहरिस्त में केवलारी से जिला
पंचायत के पूर्व उपाध्यक्ष कुंवर शक्ति सिंह का नाम आना आश्चर्यजनक है, क्योंकि यहां से ठाकुर हरवंश सिंह के
परिजन की दावेदारी पुख्ता मानी जा रही है।
वहीं कांग्रेस के अंदर अब इस बात के
मायने भी खोजे जा रहे हैं कि आखिर क्या वजह है कि जिला पंचायत के पूर्व उपाध्यक्ष
कुंवर शक्ति सिंह द्वारा ठाकुर हरवंश सिंह के सुपुत्र रजनीश सिंह के मार्ग में
अपनी उम्मीदवारी जतलाकर शूल बोए जा रहे हैं, क्योंकि रजनीश सिंह अब केवलारी से
कांग्रेस के स्वाभाविक दावेदार समझे जा रहे हैं।
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