कांग्रेस भवन का मामला --- 3
डीसीसी का काम आरंभ: नहीं पिटी मुनादी!
(पीयूष भार्गव)
सिवनी (साई)। केंद्रीय मंत्री कमल नाथ द्वारा 30 दिन में जिला कांग्रेस कमेटी का काम आरंभ होने की घोषणा की
समयावधि भले ही 12 जून को पूरी हो गई हो, पर जिला कांग्रेस कमेटी द्वारा इसके एक दिन के उपरांत गुपचुप
तरीके से काम को आरंभ करवा दिया गया। जिला कांग्रेस के तीन और नगर कांग्रेस के एक प्रवक्ता
भी इस मामले में खामोश ही रहे।
इस संबंध में जब जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष हीरा आसवानी से चर्चा की
गई तो हिन्द गजट से दूरभाष पर चर्चा के दौरान उन्होंने कहा कि यह कांग्रेस के
संगठन के अंदर का मामला था, अतः समस्त
सदस्यों को सूचना देकर 13 तारीख को इसके
निर्माण की औपचारिक शुरूआत कर दी गई है। उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम की
विज्ञप्ति आज जारी कर दी जाएगी, पर कार्यक्रम के
पहले की विज्ञप्ति क्यों नहीं जारी हुई के सवाल पर उन्होंने कहा कि वह विज्ञप्ति
जारी नहीं की गई है।
वहीं कांग्रेस के अंदर चल रही चर्चाओं के अनुसार इस काम को आरंभ करवाने के
पहले कांग्रेस को बाकायदा विज्ञप्ति जारी की जानी चाहिए थी, क्योंकि यह जिला कांग्रेस के लिए एक बहुत ही गर्व की बात है
कि उसे एक अदद भवन मिलने जा रहा है जो कांग्रेस के कद्दावर नेता सालों में नहीं दे
पाए हैं।
यहां यह भी उल्लेखनीय तथ्य है कि कांग्रेस के प्रवक्ताओं द्वारा समय समय
पर भारतीय जनता पार्टी को घेरने पर तो पूरी मुस्तैदी दिखाते हैं पर जब बारी सिवनी
में भाजपा या विधायकों को घेरने की आती है तब इनकी तोपें मौन हो जाती हैं। हाल ही
में जनपद पंचायत सिवनी की मुख्य कार्यपालन अधिकारी कंचन डोंगरे को गबन के मामले
में पुलिस ने पकड़ा है, यह मामला वाकई
कांग्रेस के लिए ऐसा था जिसे अगर वह भुनाती तो भाजपा को जवाब देना मुश्किल होता, वस्तुतः ऐसा हुआ नहीं।
इधर, नगर कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष इमरान
पटेल ने हिन्द गजट को बताया कि यह कार्यक्रम जिला कांग्रेस कमेटी द्वारा आहूत था
अतः विज्ञप्ति जारी करने की जवाबदेही भी उन्हीं की थी। उन्होंने कहा कि अगर जिला
कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष द्वारा उन्हें निर्देशित किया गया होता तो नगर कांग्रेस
कमेटी के प्रवक्ता द्वारा अवश्य ही विज्ञप्ति जारी कर दी जाती। जिला कांग्रेस
कमेटी के तीन तीन प्रवक्ताओं द्वारा विज्ञप्ति क्यों नहीं जारी की गई है यह वाकई
आश्चर्यजनक है।
वहीं, कांग्रेसी दबी जुबान से इस बारे में
भी चर्चा करते नजर आ रहे हैं कि कांग्रेस के ‘‘कुछ चुनिंदा‘‘ नेताओं को सिवनी
में केंद्रीय मंत्री कमल नाथ का हस्तक्षेप बर्दाश्त नहीं हो पा रहा है, और वे इसकी मुखालफत भी कर रहे हैं। सिवनी में कमल नाथ की
घोषणा के एक माह तक जिला कांग्रेस कमेटी द्वारा इसे ठण्डे बस्ते के हवाले करने की
चर्चाएं भी तेज हो चुकी हैं।
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