नगर पालिका हुई
सीएमओ विहीन!
(अखिलेश दुबे)
सिवनी (साई)।
नारकीय जीवन जी रहे सिवनी के नागरिकों के लिए यह खबर वज्रपात कर सकती है कि नगर
पालिका सिवनी एक बार फिर मुख्य नगर पालिका अधिकारी विहीन हो गई है। सिवनी
नगरपालिका परिषद में पदस्थ सीएमओ केसी मेश्राम का स्थानांतरण पांढुर्णा किया गया
है।
एक पार्षद ने नाम
उजागर ना करने की शर्त पर समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया को बताया कि सिवनी नगर पालिका
में चल रहे कमीशन के जबर्दस्त खेल के चलते कोई भी मुख्य नगर पालिका अधिकारी सिवनी
में अपनी पदस्थापना नहीं करवाना चाह रहा है। जो भी सीएमओ यहां पदस्थ होता है, वह कमीशन के इस
गंदे धंधे में फंसकर बुरी तरह उलझ जाता है।
उक्त पार्षद का
कहना था कि इसी कमीशन के गंदे धंधे से नाराज सत्ताधारी भाजपा के पार्षदों ने गत
दिवस पालिका साधारण सम्मेलन का अघोषित बायकाट किया था। इस साधारण सम्मेलन में नगर
पालिका अध्यक्ष राजेश त्रिवेदी एकदम अकेले पड़ गए थे। यद्यपि राजेश त्रिवेदी द्वारा
परोक्ष तौर पर इसके लिए संगठन को जवाबदेह बताया जा रहा हो किन्तु संगठन के सूत्रों
का कहना है कि सारा मामला कमीशन बाजी का ही था।
वहीं राजधानी भोपाल
से साई न्यूज ब्यूरो से राजेश शर्मा ने स्थानीय शासन विकास मंत्रालय के सूत्रों के
हवााले से यह बताया कि सीएमओ सिवनी श्री मेश्राम काफी दिनों से सिवनी नगर पालिका
छोड़कर जाने प्रयासरत थे। अंततोगत्वा जिला मुख्यालय जैसी नगर पालिका को छोड़कर उन्होंने
छिंदवाड़ा जिले की पांढुर्णा नगर पालिका में जाना ही बेहतर समझा। श्री मेश्राम का
स्थानांतरण राजनैतिक दबाव के चलते हुआ था या उन्होंने स्वयं स्थानांतरण करवाया, यह उनसे बेहतर कोई
नहीं जानता।
वैसे सिवनी
नगरपालिका के सीएमओ पांर्ढुना स्थानांतरित तो हो गये, परंतु उनकी जगह
सिवनी में किसी सीएमओ की पदस्थापना नहीं की गई। बताया जाता है कि कोई सीएमओ सिवनी
आने के लिए तैयार नहीं है। स्थानीय शासन विकास मंत्री बाबू लाल गौर के करीबी
सूत्रों ने समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया को यह भी बताया कि श्री मेश्राम के पांढुर्णा
तबादले के बाद श्री गौर ने अपने अधीनस्थों को सिवनी में किसी अन्य की पदस्थापना की
बात कही किन्तु उनके अधीनस्थों ने साफ तौर पर यह कहकर बाबू लाल गौर को चौंका दिया
कि सिवनी कोई भी सीएमओ नहीं जाना चाहता क्योंकि सिवनी नगर पालिका में कमीशन का
गंदा धंधा तेजी से चल रहा है।
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