कांग्रेस के रजनीश के सामने घुटनों पर भाजपा!
सांसद विधायक तो दूर, पंच सरपंच भी
नहीं रहे रजनीश बन गए मुख्य अतिथि!
(महेश रावलानी)
सिवनी (साई)। भारतीय जनता पार्टी इस बार भी केवलारी विधानसभा में घुटनों
पर ही खड़ी दिखाई दे रही है। भाजपा ने कांग्रेस के कद्दावर नेता स्व.हरवंश सिंह के
पुत्र और कथित रूप से केवलारी के सशक्त दावेदार रजनीश सिंह की मुखालफत करने से
गुरेज ही कर रखा है। 11 सितम्बर को छपारा में आयोजित तेंदूपत्ता बोनस वितरण
कार्यक्रम से भाजपाईयों ने पूरी तरह दूरी बनाई रखी, जिसका लाभ उठाकर कांग्रेस के संभावित केवलारी विधानसभा के
उम्मीदवार रजनीश सिंह ने कार्यक्रम का कांग्रेसीकरण कर डाला।
ज्ञातव्य है कि आचार संहिता के खटके के चलते मध्यप्रदेश शासन द्वारा 15
सितंबर के पूर्व तेंदूपत्ता बोनस वितरण के आदेश जारी किए हुए है। सिवनी जिला
यूनियन उत्तर सिवनी सा. वनमण्डल की 16 समितियों के 26935 संग्राहकों को राशि सात
करोड़ बयानवे लाख पचहत्तर हजार तीन सौ पचपन रूपये का बोनस बितरण किया जाना था। इसी
तारतम्य में 11 सितंबर को वन परिक्षेत्र छपारा में बोनस वर्ष 2012 तेन्दूपत्ता
संग्राहकों को प्रोत्साहन पारिश्रमिक वितरण कार्यक्रम का आयोजन रखा गया। आयोजित
शिविर मे छपारा समिति से 1269 संग्राहकों को अट्ठाईस लाख बयासी हजार एक सौ तेरह
रूपयों का वितरण किया गया।
रजनीश बने भाजपा सरकार में मुख्य अतिथि
रजनीश सिंह ठाकुर का राजनीति में उदय बहुत पुराना नहीं कहा जा सकता है।
अपने पिता स्व.हरवंश सिंह के विशाल सियासी कद के चलते ही उन्हें संगठन में विभिन्न
ओहदों पर शोभा की सुपारी बनाकर बिठाया जाता रहा है। रजनीश सिंह ने अब तक सांसद, विधायक, जिला पंचायत, जनपद पंचायत, ग्राम पंचायत का
कोई चुनाव नहीं लड़ा है। रजनीश सिंह को कांग्रेस का कार्यकर्ता माना जा सकता है।
बावजूद इसके छपारा में आयोजित कार्यक्रम मे मुख्य अतिथि रजनीश सिंह ठाकुर, विशेष अतिथि जिला पंचायत सदस्य पुष्पा जैन, जनपद अध्यक्ष रंगलाल धुर्वे, उपाध्यक्ष आरिफ मो. जयकेश सिंह, गुलाब साहू, सरंपच सांता
सैैयाम, भारतीय वन सेवा अधिकारी रविन्द्र मणी त्रिपाठी, अनुविभागीय अधिकारी सी.एस.वर्मा सिवनी वन परिक्षेत्र अधिकारी
आर.एल.गौर,
आर.के.श्रीवास की उपस्थिति में 28लाख 82
हजार रूपये के तेन्दू पत्ता बोनस वितरण किये गये। कार्यक्रम में आमंत्रित
जनप्रतिनिधियों ने केन्द्र व प्रदेश शासन की योजनाओं के विषय में जानकारी देते
हुये तेन्दू पत्ता संग्रहण करने वाले मजदूरों के हित मे अपने अपने उद्बोधन दिये।
उसके पश्चात् संग्राहकों को अतिथियों के माध्यम से नगद राशि का वितरण किया गया। पूरे
कार्यक्रम में सत्ताधारी दल भाजपा से कोई भी स्थानीय या जिला स्तर का जनप्रतिनिधि
कार्यक्रम में नही पहुंचा, जिससे कार्यक्रम
कांग्रेसमय होकर समपन्न हुआ।
भाजपा - रजनीश की नूरा कुश्ती से कार्यकर्ता हैरान!
भारतीय जनता पार्टी के शासनकाल में कांग्रेस के विधानसभा के संभावित
प्रत्याशी जो कि सिर्फ कांग्रेस के कार्यकर्ता हैं के सामने जिला भाजपा का घुटने
टेकना, आश्चर्यजनक ही माना जा रहा है। जिला भाजपा द्वारा इस बात पर
अब तक संज्ञान नहीं लिया जाना आश्चर्यजनक ही है कि भाजपा सरकार के कार्यकाल में
कांग्रेस के एक महज कार्यकर्ता को सरकारी कार्यक्रम का मुख्य अतिथि आखिर किस आधार
पर बना दिया जाता है। सियासी फिजां में यह बात तेजी से उठ रही है कि क्या इस
कार्यक्रम के लिए आखिर एक ऐसे व्यक्ति को भारतीय जनता पार्टी द्वारा महिमा मण्डित
किया जा रहा है? क्या हरवंश सिंह ठाकुर की तरह रजनीश
सिंह से भी भाजपा के नुमाईंदे सैट हो चुके हैं?
नीता नरेश से किया था संपर्क
वन विभाग के सूत्रों का कहना है कि इस कार्यक्रम के लिए वन विभाग के
नुमाईंदों ने सबसे पहले पूर्व विधायक और जिला भाजपाध्यक्ष नरेश दिवाकर से संपर्क
किया था,
उसके बाद इसके लिए वे सिवनी विधायक श्रीमती
नीता पटेरिया के पास भी गए थे। दोनों की सहमति नहीं मिल पाने के बाद वन विभाग
द्वारा स्थानीय भाजपा के जनप्रतिनिधियों से संपर्क किया गया था। वनमण्डलाधिकारी
चूंकि उत्तर प्रदेश प्रवास पर हैं अतः उनसे इस संबंध में चर्चा नहीं हो सकी है।
रजनीश के इस कृत्य की शिकायत होगी?
भारतीय जनता पार्टी के एक वरिष्ठ पदाधिकारी ने नाम उजागर न करने की शर्त
पर कहा कि हरवंश सिंह के जमाने में भाजपा और कांग्रेस के बीच जारी नूरा कुश्ती
हरवंश सिंह के अवसान के उपरांत भी समाप्त नहीं हो सकी है। उन्होंने कहा कि भाजपा
संगठन अपने आप को मीर बनाने के लिए, कांग्रेस से
मिलकर भाजपा के ही अपने दुश्मनों से चुन चुन कर बदला ले रहा है। उक्त पदाधिकारी ने
कहा कि क्या भाजपा जिलाध्यक्ष नरेश दिवाकर द्वारा रजनीश सिंह को मुख्य अतिथि बनाने
वाले अधिकारियों की शिकायत संगठन स्तर पर या मुख्यमंत्री से करेंगे, कि सरकारी अधिकारी ही भाजपा के राज में कांग्रेस को प्रमोट
करने में लगे हुए हैं! उन्होंने कहा कि नरेश दिवाकर द्वारा ऐसा इसलिए नहीं किया
जाएगा क्योंकि वे भी . . .। उक्त पदाधिकारी ने कहा कि भाजपाध्यक्ष नरेश दिवाकर
द्वारा लखनादौन नगर पंचायत और गांव गांव बिकने वाली अवैध शराब के मामले में भी राय
परिवार को घेरने में अपने आप को जान बूझकर अक्षम बताया जा रहा है। इसका कारण यह है
कि वे कहीं न कहीं राय परिवार से अंदर ही अंदर जुड़े हुए हैं।
सरकार की ओर से है ढील
समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया के भोपाल ब्यूरो से नंद किशोर ने वन मंत्री
कार्यालय के सूत्रों के हवाले से बताया कि राज्य शासन द्वारा तेंदू पत्ता वितरण
कार्यक्रम के लिए राज्य शासन द्वारा कोई राशि प्रदाय नहीं की गई है। इतनी बड़ी
तादाद में हो रहे बोनस वितरण में न तो कार्ड ही छप पा रहे हैं और न ही टेंट आदि के
लिए कोई राशि का ही प्रावधान किया गया है। इन परिस्थितियों में वन कर्मी अपने स्तर
पर अपनी जेब से ही कार्यक्रम को संपादित कर रहे हैं। सिवनी में हुए कार्यक्रम की
जानकारी जब वन मंत्री के करीबी सूत्र को दी गई तो उन्होंने हंसते हुए कहा कि हो
सकता है कांग्रेस के महामंत्री ने कार्यक्रम का खर्च वहन कर लिया हो तो वन विभाग
द्वारा उन्हें ही मुख्य अतिथि बना दिया गया हो।
जनप्रतिनिधियों की अव्हेलना गलत: बिसेन
मध्य प्रदेश वित्त आयोग के अध्यक्ष डॉ.ढाल सिंह बिसेन ने इस संबंध में
अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि जनप्रतिनिधियों की इस तरह से उपेक्षा पूरी तरह
निंदनीय है। इस तरह अगर सरकारी कर्मचारी पार्टी विशेष के महामंत्री को मुख्य अतिथि
बनाएंगे जो जनप्रतिनिधि कभी रहा ही नहीं हो तो भाजपा कार्यकर्ताओं में निराशा आना
स्वाभाविक ही है। इससे गलत संदेश जा रहा है। छपारा में रजनीश सिंह को तेंदूपत्ता
वितरण कार्यक्रम का मुख्य अतिथि बनाया जाना किसी भी दृष्टिकोण से उचित नहीं कहा जा
सकता है।
भाजपा में जनप्रतिनिधियों की कमी नहीं: नरेश दिवाकर
दूसरी ओर भोपाल यात्रा से आज शाम ही लौटे जिला भाजपाध्यक्ष नरेश दिवाकर का
कहना है कि भाजपा में जनप्रतिनिधियों की कमी नहीं है। यह वाकई आपत्तिजनक है।
समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया से चर्चा के दौरान उन्होंने कहा कि इस संबंध में वे डीएफओ
से चर्चा करना चाह रहे हैं पर उनका मोबाईल बंद आ रहा है। इस संबंध में वे रात को
जिला कलेक्टर से चर्चा अवश्य ही करेंगे।
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